Pregnancy Vitamin-D: प्रेग्नेंट होना हर विवाहित महिला का सपना होता है। सेहत के लिहाज से देखें तो प्रेग्नेंट होने के लिए शरीर में जरूरी तत्वों की जरूरत होती है। विटामिन-डी ऐसा ही एक तत्व है। इस तत्व की कमी का संबंध गर्भावस्था से भी होता है। विटामिन-डी ऐसा तत्व है, जिसकी कमी महिलाओं में सबसे ज्यादा पाई जाती है। भारत के लोगों में भी इस विटामिन की कमी ज्यादा होती है।
विटामिन-डी की कमी प्रेग्नेंसी में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। यह विटामिन शरीर में कैल्शियम और फास्फोरस के अवशोषण में भी मदद करता है, जो हड्डियों और दांतों की सेहत के लिए जरूरी हैं।
गर्भावस्था के लिए विटामिन-डी क्यों जरूरी है?
1. हड्डियों की समस्या- इस विटामिन की कमी से हड्डियों में कमजोरी होती है, जिससे महिलाओं को हड्डियों में दर्द और फ्रैक्चर की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान यह नवजात शिशु की हड्डियों के विकास को भी प्रभावित कर सकता है।
2. प्रेग्नेंसी में हाई ब्लड प्रेशर- विटामिन-डी की कमी से प्रेग्नेंसी में प्री-एक्लेम्पसिया यानी गर्भावस्था में हाई बीपी और प्रोटीन के एक्सेस का खतरा बढ़ता है, जो मां और शिशु दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है।
3. गर्भपात का खतरा- कई रिसर्च इस बात का खुलासा करती हैं कि विटामिन-डी की कमी से अबॉर्शन या मिसकैरिज होने का जोखिम बढ़ सकता है, क्योंकि यह गर्भधारण को स्थिर करने में मदद करने वाले हार्मोन पर अपना प्रभाव डालता है। इसके अलावा, नवजात शिशु में भी विटामिन-डी की कमी होने की संभावनाएं रहती हैं, जिससे नवजात शिशु को रिकेट्स, हड्डियों से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।