पानी के बिना जीवन की जीना कितना मुश्किल हो सकता है। इसकी कल्पना करना भी बहुत मुश्किल है। ऐसा हमेशा कहा जाता है कि जल है तो जीवन है। इसी के लिए हमारे शरीर के लिए पानी का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। अगर हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी ना मिले तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। तो चलिए जानते हैं इंसान के शरीर में पानी की अहमियत से जुड़े दिलचस्प फैक्ट और आपके इस सवाल का जवाब कि हमें प्यास क्यों लगती है? और शरीर के लिए क्यों है जरूरी ?
जी. डी. गोयनका यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर और पब्लिक हेल्थ साइंटिस्ट डॉ. प्रणव प्रकाश बताते हैं कि हमारे शरीर के कुल वजन का करीब 60% पानी ही होता है। इंसान के शरीर में पानी के जरिए ही एसिड बेस का संतुलन बनाता है। शरीर में मौजूद पानी की पर्याप्त मात्रा के जरिए ही ग्लूकोज और अन्य पोषक तत्व शरीर की हर कोशिका तक पहुंच पाते हैं। पानी की वजह से ही रक्त का PH स्तर अच्छा बना रहता है। पानी नसों का काम, दिमाग और शरीर के अन्य अंगों के बीच संतुलन बनाए रखने में भी बहुत अहम भूमिका निभाता है।
इंसान को प्यास लगना भी एक तरह की पूरी प्रक्रिया है। हमारे शरीर में जब भी एक प्रतिशत पानी की कमी होती है तो हमे प्यास महसूस होने लगती है। जब यह कमी बढ़ने लगती है तो इसका असर तबियत पर भी पड़ने लगता है। डॉ. प्रणव बताते हैं कि जब शरीर में पानी का स्तर कम होता है तो हमारे मस्तिष्क को सूचना मिलती है। ये सूचना मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस से जुड़े रिसेप्टर के जरिए मिलती है। जिसके कारण हमें प्यास महसूस होने लगती है। यदि काफी समय प्यास लगने के इस संकेत को तक हम नजरअंदाज करते हैं तो हमारा गला सूखने लगता है और हमें चक्कर आने जैसे लगने लगता है। अगर आप ऐसे में पानी नहीं पीते हैं तो आप पानी की कमी से बेहोश भी हो सकते हैं। यह भी सच है कि शरीर में पानी की कमी 20% हो जाने पर इंसान की मौत भी हो सकती है। जानकारों के मुताबिक पानी शरीर के लिए बेहद जरूरी है इसलिए ही शरीर में समय-समय पर प्यास लगने का ये मैकेनिज्म विकसित हुआ है।