बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाब का क्षेत्र बनने से उत्तर पश्चिमी भारत विशेषकर हरियाणा में 11 जुलाई से मानसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना बन रही है जिससे अगले तीन-चार दिनों में राज्य में अच्छी बारिश होने की संभावना है। बता दें कि हरियाणा में 26 जून के बाद मौसम आमतौर पर खुश्क बना रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार 1 जून से 10 जुलाई तक 58 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जो सामान्य बारिश (87.4 मिलीमीटर) से 34 प्रतिशत कम बारिश दर्ज हुई है। इसी बीच 9 जुलाई रात्रि से मॉनसून टर्फ रेखा हिमालय की तलहटियों से दक्षिण की ओर नीचे आनी शुरू हो गई है तथा पुरवाई हवाएं चलने से मानसूनी हवाओं को आगे बढ़ने के लिए अनुकल परिस्थितियां बनी हुई है।
हकृवि के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य के उत्तरी क्षेत्रों में 11 जुलाई को ज्यादातर जिलों में तथा पश्चिमी व दक्षिणी क्षेत्रों में कुछ एक स्थानों पर बारिश होने की उम्मीद है। इसके अलावा 12 जुलाई से मानसून की सक्रियता और बढ़ने से राज्य के सभी क्षेत्रों में हवाओं व गरज चमक के साथ 15 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कुछ एक स्थानों पर तेज बारिश होने की भी संभावना है।