Bahraich Wolf Terror: उत्तरप्रदेश के बहराइच में भेड़ियों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अभी तक 48 दिन में भेड़िया 7 बच्चों और 1 महिला को अपना शिकार बना चुका है। जबकि 38 से ज्यादा लोगों को घायल किया है। सोमवार रात गिरधर पुरवा गांव में पिता के बगल में सो रही 5 साल की बच्ची पर भेड़िए ने अटैक कर दिया। गर्दन पकड़कर खींचने लगा। चीखने की आवाज सुनकर पिता जग गया। पिता ने शोर मचाया तो आसपास के लोग पहुंचे। लोगों को देखकर भेड़िया भाग गया। बच्ची की गर्दन पर भेड़िए के दांत धंस गए हैं। मासूम का CHC में इलाज चल रहा है।
भेड़ियों को पकड़ने अब देहरादून से आ रही टीम
वन विभाग की टीम इलाके में लगातार गश्त कर रही है, लेकिन भेड़ियों की चतुराई के कारण टीम उन्हें पकड़ने में नाकाम रही। वन विभाग की टीम अब तक चार भेड़ियों को ही पकड़ा पाई है। अब देहरादून से वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट की टीम भड़ियों को पकड़ने के लिए जल्द बहराइच आने वाली है। वन निगम के एमडी IFS संजय कुमार, मुख्य वन संरक्षक IFS एचवी गिरीश, दो DFO और 2 सहायक वन संरक्षक समेत 10 अफसर पहुंच गए हैं।
40 गांवों में ऑपरेशन भेड़िया
वन विभाग की 16 टीमें, 200 सैनिक और 110 पेट्रोलिंग टीमों लगातार भेड़ियों के पकड़ने सर्चिंग कर रही हैं। इसके बाद भी भेड़ियों का आतंक कम नहीं हो रहा है। 'ऑपरेशन भेड़िया' के तहत बहराइच 40 गांवों में भेड़ियों की तलाश की जा रही है। भले ही प्रशासन ने सख्त सुरक्षा व्यवस्था की है, लेकिन भेड़ियों को पकड़ने में अब तक सफलता नहीं मिल पाई है।
बच्ची को दबोचकर ले गया भेड़िया
नाउवन गरेठी गांव में रविवार रात 1 बजे मां के बगल में सो रही 3 साल की बच्ची अंजलि को भेड़िया दबोच ले गया। बच्ची चीखी तो मां-पिता जागे और भेड़िए के पीछे दौड़े, लेकिन बच्ची की जान नहीं बचा पाए। भेड़िया बच्ची को जबड़े में दबाकर ले गया। रात में ही ग्रामीणों ने टॉर्च लेकर भेड़िए की तलाश शुरू की। 1 किमी दूर बच्ची का शव मिला। उसके दोनों हाथ भेड़िया खा चुका था।