Kangana Ranaut News: हिमाचल प्रदेश की मंडी से सांसद व अभीनेत्री कंगना रनौत द्वारा किसानों को लेकर दिए गए बयान पर मंगलवार को हिमाचल विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। उस दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने एक-दूसरे पर खूब नारेबाजी की। विपक्ष के इसी हंगामे के बीच विधानसभा ने कंगना के बयान को लेकर उनके खिलाफ निंदा प्रसताव पारित किया।
कंगना रनौत का मामला सदन में उस समय गूंजा, जब विपक्षी दल भाजपा ने सदन से वॉकआफट किया। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने विपक्ष के वॉकआउट की निंदा करते हुए कहा कि वास्तव में उसे प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं, बल्कि कंगना द्वारा किसानों को लेकर दिए गए बयान पर चर्चा करनी चाहिए थी।
विधानसभा में भाजपा सांसद कंगना रनौत के बयान पर उठे मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने चैंबर के बाहर मीडिया से बात करते हुए कहा कि सत्तापक्ष की ओर से सदन में निंदा प्रस्ताव लाया गया था। ये निंदा प्रस्ताव लिखित में नहीं होने के कारण विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने स्वीकार नहीं किया।
भाजपा ने भी कंगना के बयान से किया किनारा: सीएम
सीएम सुक्खू ने कहा कि कंगना रनौत ने किसानों का अपमान किया है और भाजपा ने भी कंगना रनौत के बयान से किनारा किया। उन्होंने ने कहा कि कंगना रनौत का बयान किसानों का अपमान है और अन्नदाता का अपमान करने का किसी को अधिकार नहीं है।
कांग्रेस पार्टी इस बयान की निंदा करती है और भाजपा ने भी कंगना रनौत के बयान से किनारा कर लिया है। ऐसे में कंगना रनौत को सोच समझकर टिप्पणी करनी चाहिए।
पहले दिन नहीं पहुंची मुख्यमंत्री की पत्नी कमलेश
मानसून सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी एवं उपचुनाव जीतकर आई कांग्रेस विधायक कमलेश ठाकुर सदन में नहीं आई। इसके पीछे कारण ये था कि मुख्यमंत्री के साढु का निधन हो गया था।
परिवार में निधन होने के कारण कमलेश नहीं आईं। मुख्यमंत्री सुक्खू को भी दोपहर बाद देहरा जाना था, लेकिन खराब मौसम के कारण अनाडेल से हेलिकाप्टर उड़ान नहीं हो सकी। जिसके चलते मुख्यमंत्री विधानसभा लौट आए।