Russia Ukraine War: रूसी सेना के हमले के दौरान यूक्रेन के एक सैनिक की बहादुरी सुर्खियों में हैं। इस एक सैनिक ने रूस के टैंकों को रोकने के लिए खुद की परवाह न करते हुए पुल सहित को बम से उड़ा दिया। इस दौरान वह शहीद हो गया। युद्ध में अपनी जान न्योछावर करने वाले यूक्रेनी सैनिक का नाम विटाली शाकुन बताया जा रहा है। यूक्रेन की आर्मी ने विटाली को हीरो बताते हुए, सोशल मीडिया पर उनकी पूरी कहानी शेयर की है।
दरअसल, Russia Army यूक्रेन पर लगातार ताबड़तोड़ हमले कर रही है। इसके जवाब में यूक्रेन की सेना से लेकर आम आदमी तक जबरदस्त प्रतिरोध कर रहे हैं। इस बीच एक खबर सामने आई कि क्रीमिया (Crimea) के पास खेरसॉन क्षेत्र (Kherson) में बने पुलों को पार कर रूसी सेना तेजी से कीव की ओर आगे बढ़ रही है। ऐसे में उन्हें रोकने के लिए यूक्रेनी आर्मी अलर्ट मोड में आ गई।
खुद को पुल के साथ उड़ाया!
'डेली मेल' की रिपोर्ट के अनुसार, खेरसॉन क्षेत्र में तैनात यूक्रेनी सैनिक विटाली शाकुन ने आगे बढ़कर मोर्चा संभाला और पुल के साथ खुद को भी इस धमाके में उड़ा लिया। विटाली के ऐसा करने के पीछे सिर्फ एक मकसद था। वह रूसी सैनिक को शहर में प्रवेश नहीं करने देने चाहता था। बताया गया कि जिस पुल को सैनिक विटाली ने उड़ाया, वो रूस के अधिकृत वाले क्रीमिया को यूक्रेन से जोड़ता है। इस पुल का प्रबंधन विटाली कर रहे थे।
यूक्रेन की आर्मी ने किया विटाली को किया सैल्यूट
यूक्रेन की आर्मी ने विटाली की बहादुरी को सैल्यूट करते हुए कहा कि रूस से मुकाबले के लिए वहां स्पेशल मरीन बटालियन तैनात थी। इस बटालियन के इंजीनियर विटाली ने क्रीमिया के पास बने Henichesk Bridge पर रूसी सेना के खिलाफ मोर्चा संभाल था। रूसी टैंक को राजधानी कीव की ओर बढ़ने से रोकने के लिए पुल को उड़ाने की योजना बनाई। पुल को उड़ाने के लिए विटाली को बुलाया गया। पुल को इस तरह उड़ाना था कि रूसी सेना कुछ भी करके आगे न बढ़ पाए। विटाली ने अपनी जान पर खेलकर इस मिशन को अंतिम सांस तक अंजाम दिया। लेकिन वे वहां से निकल नहीं पाए। पुल को उड़ाने के लिए उन्होंने जो विस्फोट किया उसमें विटाली शहीद हो गए।