अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। जिसके बाद तालिबान ने पहली बार मीडिया के सामने आकर अपनी बात रखी है। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दुनिया से 10 वादे किए हैं। इस दौरान तालिबान के प्रवक्ता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं पर भी बात की है। इसमें महिलाओं के प्रति उसका रवैया कैसा होगा, अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं संग वह वैसे संबंध रखना चाहता है, मीडिया के लिए उसके क्या नियम होंगे? सबके जवाब तालिबान की तरफ से मिले हैं।
तालिबान ने दुनिया से किये ये 10 वादे
1. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तालिबान के प्रवक्ता नहीं कहा की अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी भी देश के खिलाफ साजिश रचने, हमला करने के लिए नहीं होने दिया जाएगा।
2. तालिबान के प्रवक्ता ने यह भी कहा कि राजधानी काबुल में दूतावासों की सुरक्षा हमारे लिए महत्वपूर्ण है। हम सभी देशों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि हमारे बल सभी दूतावासों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और सहायता एजेंसियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूद हैं।
3. महिलाओं को शरिया कानून के तहत अधिकार और आजादी दी जाएगी। महिलाएं हेल्थ सेक्टर और स्कूलों में काम कर सकेंगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों ने तालिबान के प्रवक्ता से सवाल किया कि क्या मीडिया में भी महिलाएं काम कर सकेंगी? इसपर उन्होंने कहा जब तालिबान सरकार बन जाएगी तब साफ-साफ बताया जाएगा कि शरिया कानून के हिसाब से क्या-क्या छूट मिलेंगी।
4. प्राइवेट मीडिया स्वतंत्र रूप से काम कर सकेगी। बस पत्रकार अफगानिस्तान के मूल्यों का ख्याल रखकर काम करेंगे।
5. अफगान युद्ध अब खत्म हो गया है। जिसने भी बीते वक्त में तालिबान के खिलाफ युद्ध लड़ा, उसको तालिबान माफ करता है। किसी भी देश से किसी भी व्यक्ति से बदला लेने का इरादा नहीं है। इसमें पूर्व सैनिक, पूर्व अफगान सरकार के सदस्य भी शामिल हैं।
6. अफगानिस्तान में कोई किसी का अपहरण नहीं कर सकेगा। कोई किसी की जान नहीं ले सकेगा। सुरक्षा को लगातार बढ़ाया जाएगा।
7. तालिबान ने वादा किया कि उनके राज में देश की अर्थव्यवस्था और लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा।
8. तालिबान की प्राथमिकता कानून व्यवस्था बनाने की है। इसके बाद लोग शांति से रह सकेंगे।
9. अफगानिस्तान में रह रहे लोगों को तालिबान ने भरोसा दिया है कि कोई आपको नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
10. अशरफ गनी की सरकार किसी योग्य नहीं थी और किसी को सुरक्षित नहीं रख सकती थी। तालिबान सबको सुरक्षा देगा।