Shahjahanpur Court Firing: शाहजहांपुर में सोमवार को कचहरी परिसर में ही वकील भूपेंद्र गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या करने वाले सुरेश गुप्ता को कोर्ट परिसर से ही गिरफ्तार कर लिया गया। स्टेट बैंक से रिटायर 67 वर्षीय सुरेश गुप्ता भी वकील ही हैं। सुरेश गुप्ता ने मीडिया के सामने ही कैमरे पर अपना जुर्म स्वीकर कर लिया। सुरेश ने हत्या के पीछे की मजबूरी भी बयां की। उन्होंने कहा कि मेरे पास दो ही ऑप्शन थे। भूपेंद्र को मारना या खुद सुसाइड करके मर जाना।
अधिवक्ता सुरेश गुप्ता और भूपेंद्र गुप्ता का विवाद वर्षों पुराना है। एक-दूसरे पर दोनों ने कई मुकदमे किए हैं। दो महीने पहले भी दोनों कोर्ट में भिड़ गए थे। दोनों में मारपीट भी हुई थी। कोर्ट में मारपीट का मामला सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनंत कुमार सिंह और महासचिव अनीत त्रिवेदी के पास भी पहुंचा था। अध्यक्ष ने दोनों को बुलाकर चेतावनी दी थी कि दोबारा इस तरह का कृत्य करने पर बार एसोसिएशन से निलंबित कर देंगे।
इसी बीच सोमवार को वारदात को अंजाम दे दिया गया। हत्या करने वाले सुरेश गुप्ता ने कहा कि भूपेंद्र ने मेरे ऊपर चोरी-डकैती, मर्डर समेत 24 मुकदमे कर रखे थे। कोई भी मुकदमा बंद होता था तो रिविजन डाल देते थे। हर साल एक दो मुकदमे नए डाल देते थे। इनके कारण खाना नहीं खा पाते थे। रात में नींद नहीं आती थी। इस वजह से हम परेशान थे। हमेशा यह सोचते थे कि या तो इसे मार दें या खुद सुसाइड कर लें।
सुरेश गुप्ता ने बताया कि 2000 तक भूपेंद्र मेरे किराएदार थे। पुलिस के सहयोग से किसी तरह मकान खाली कराया था। इसी के बाद से वह मेरी शिकायत हर जगह करने लगे थे। 153 शिकायतें मेरे पास रिसीव्ड रखी हुई है। स्टेट बैंक से रिटायर हूं। जब उनका कोई कंप्लायन नहीं हुआ तो मेरे ऊपर तरह तरह के मुकदमे करने लगे थे।