सुनारिया जेल (Sunaria Jail) में साध्वी यौन उत्पीड़न केस में सजा काट रहे राम रहीम फरलो खत्म होने के बाद एक बार फिर से सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं। सोमवार सुबह 11 बजकर 52 मिनट पर गुरुग्राम पुलिस (Gurugram Police) 21 दिन की फरलो खत्म होने के बाद राम रहीम (Ram Rahim) को लेकर सुनारिया जेल पहुंची। जहां राम रहीम ने जेल अधीक्षक के सामने खुद को सरेंडर किया। उसके बाद उसे उसी सुरक्षित बैरक में भेज दिया गया है।
बता दें कि 2017 में राम रहीम को साध्वी यौन उत्पीड़न केस में जेल की सजा सुनाई गई थी। यह सजा सीबीआई की विशेष कोर्ट ने पंचकूला में सुनाई थी, कोर्ट के फैसले के बाद कई जगह हिंसा हुई थी। हिंसा इतनी बढ़ गई थी कि राम रहीम को हवाई मार्ग के रास्ते सुरक्षित मानी जाने वाली सुनारिया जेल लेजाया गया था। तभी से राम रहीम जेल में सलाखों के पीछे सजा काट रहा है। इतना ही नहीं उसे पत्रकार छत्रपति हत्याकांड व रणजीत सिंह हत्याकांड में भी सजा मिल चुकी है।
ऐसे में विधानसभा चुनाव के बिच अचानक से प्रदेश सरकार ने सात फरवरी को राम रहीम को तीन सप्ताह की फरलो दे दी। इस पर राज्य सरकार पर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। अब फरलो की अवधि पूरी हो गई है। ऐसे में सोमवार सुबह गुरुग्राम पुलिस 10 बजकर 15 मिनट पर राम रहीम को लेकर रोहतक के लिए रवाना हुई। राम रहीम को ले जाने के लिए रोहतक पुलिस ने सांपला बार्डर से लेकर सुनारिया जेल तक विशेष सुरक्षा इंतजाम किए थे, क्योंकि राम रहीम को खालिस्तानी आतंकवादियों से जान का खतरा बताया जा रहा है। इसके चलते ही उसे जेड प्लस सुरक्षा दी गई है।
गृहमंत्री अनिल विज ने फाइल मिलने से किया इंकार
राम रहीम को जेड प्लस सिक्योरिटी (Z+ Security) मिलने पर विवाद बढ़ने पर बीते गुरुवार को हरियाणा (Haryana) के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) का एक बयान भी सामने आया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके पास राम रहीम को जेड प्लस सुरक्षा मुहैया करवाने को लेकर कोई भी फाइल नहीं आई थी। इतना ही नहीं, राम रहीम की जान को खतरा होने के दावे पर भी अनिल विज ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि, ''मेरे पास ऐसी कोई भी रिपोर्ट नहीं आई है। मेरे पास राम रहीम से जुड़ी हुई कोई फाइल नहीं आई। इस मामले में मेरे पास कोई भी जानकारी नहीं है।''