कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि देश की आर्थिक स्थिति के डांवाडोल हालत को देखते हुए समझ नहीं आ रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास हो रहा है या विनाश। राहुल ने बुधवार को कहा कि सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) तो पहले से ही गिरावट पर और बेरोजगारी चरम पर थी लेकिन अब महंगाई भी आसमान छूने लगी है। बैंक मुसीबत में आ गए हैं और लोगों का पैसा बैंकों में फंस गया है।
वही, सामाजिक स्थिति को लेकर भी उन्होंने सरकार को घेरा और कहा कि सामाजिक न्याय को जिस तरह से कुचला जा रहा है और इससे जो हालात बने रहे हैं उन्हें देखते हुए लोगो का मनोबल टूट रहा है और सरकार से विश्वास खत्म हो रहा है।
दरअसल, राहुल गांधी ने आज ट्वीट किया, 'बैंक मुसीबत में हैं और जीडीपी भी। महँगाई इतनी ज़्यादा कभी नहीं थी, ना ही बेरोज़गारी। जनता का मनोबल टूट रहा और सामाजिक न्याय प्रतिदिन कुचला जा रहा है। विकास या विनाश।'