पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड जीत हासिल की है। पंजाब की आठ निगमों में से सात नगर निगमों में कांग्रेस ने जीत हासिल की है, जबकि, मोहाली निगम का परिणाम गुरुवार को आएगा। भारतीय जनता पार्टी इस चुनाव में अपना खाता भी खोल पाई है वहीं, शिरोमणि अकाली दल के लिए भी चुनाव परिणाम काफी निराशाजनक रहे। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी इस बार कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाई है।
होशियारपुर में कांग्रेस ने बनाया रिकॉर्ड
नगर निगम होशियारपुर के 50 में से 41 वार्डों में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर रिकॉर्ड बनाया है। दो बार नगर परिषद और फिर नगर निगम पर काबिज रही भाजपा को इस बार करारी हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में भाजपा केवल चार सीटों पर सिमट गई। शिरोमणि अकाली दल खाता भी नहीं खोल सका। आम आदमी पार्टी ने दो सीटें जीतीं। तीन निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी जीत हासिल की।
फतेहगढ़ साहिब में भाजपा के हालात खराब
केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा पार्टी फतेहगढ़ साहिब की तीन नगर काउंसिल और एक नगर पंचायत में हुए चुनावों में अपना खाता तक नहीं खोल सकी। इस जगह भाजपा के अधिकतर उम्मीदवारों को 20 या पचास से ज्यादा वोट नहीं मिले। भाजपा की हार में किसान आंदोलन का असर देखने को मिला।
सरहिंद और मंडी गोबिंदगढ़ में भाजपा का सबसे खराब रिपोर्ट सामने आई। सरहिंद में उम्मीदवारों को 20 से कम वोट मिले। मंडी गोबिंदगढ़ के वार्ड नंबर 18 में भाजपा के उम्मीदवार विष्णु दत्त को मात्र 20 वोट मिले। वार्ड नंबर 17 में बीजेपी के उम्मीदवार कृष्ण कुमार को मात्र 20 वोट और वार्ड नंबर 24 में बीजेपी के उम्मीदवार परमजीत सिंह को जिले भर में सबसे कम मात्र 17 वोट ही मिले।