Ayodhya Rape Case: अयोध्या रेप कांड में अखिलेश यादवा ने ट्वीट कर आरोपियों के खिलाफ इंसाफ की मांग करते हुए लिखा है कि- कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका DNA TEST कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे क़ानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर DNA TEST के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की माँग है।'
इतना है कि सपा प्रमुख ने इस मामले को राजनीति से जोड़ते हुए ट्वीट कर लिखा- 'बलात्कार पीड़िता के लिए सरकार अच्छे-से-अच्छा चिकित्सीय प्रबंध कराए। बालिका के जीवन की रक्षा की ज़िम्मेदारी सरकार की है। माननीय न्यायालय से विनम्र आग्रह है कि स्वत: संज्ञान लेकर स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए अपने पर्यवेक्षण में पीड़िता की हर संभव सुरक्षा सुनिश्चित करवाएं। बदनीयत लोगों का इस तरह की घटनाओं का राजनीतिकरण करने का मंसूबा कभी कामयाब नहीं होना चाहिए।'
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने शनिवार (3 अगस्त) पीड़िता से मुलाकात की और मीडिया से बातची के दौरान वह भावुक हो गए और रोने लगे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आरोपी को फांसी मिलने तक लड़ाई करेंगे और समाजवादी पार्टी के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। निषाद ने कहा कि आरोपी या अपराधी कोई भी हो उसकी जाति नहीं देखी जानी चाहिए, उस पर एक्शन लेना चाहिए।
योगी सकाकर का चला बुलडोजर
वहीं सरकार ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सपा सांसद मोइद की बैकरी पर शनिवार (3 अग्सत) को बुलडोजर चला बैकरी को पूरा ध्वस्त कर दिया। इस मामले में 30 जुलाई को पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए 12 साल की नाबालिग से बलात्कार मामले में बेकरी मालिक मोइद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को गिरफ्तार गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मोइद और राजू ने दो महीने पहले नाबालिग के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बेकरी में एक बड़ा कमरा और एक छोटा कमरा था। यह अवैध रूप से एक तालाब पर बनाया गया था, और इसे ध्वस्त कर दिया गया है।
विधानसभा में गूंजा मुद्दा
इस मामले ने तूल तब पकड़ 31 जुलाई को CM योगी आदित्यनाथ ने राज्य विधानसभा में सपा को घेरते हुए कहा कि, मोइद खान समाजवादी पार्टी से हैं और अयोध्या (फैजाबाद) के सांसद की टीम के सदस्य हैं। उन्हें 12 साल की बच्ची के साथ बलात्कार के मामले में शामिल पाया गया है। समाजवादी पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
पीड़ित परिवार से मिले सीएम योगी
सीएम ने शुक्रवार (2 अगस्त) को पीड़िता के परिवार से भी मुलाकात की और उन्हें आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद मामले की जांच में देरी के लिए दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया।
ये है पूरा मामला
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी मोइद खान सपा पार्टी का सदस्य है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में इस घटना का जिक्र करते हुए और सपा पर निशाना भी साधा था। अयोध्या गैंगरेप कांड की ये घटना पूरा कलंदर थाना क्षेत्र की है, जहां 12 साल की बच्ची के साध सपा विधायक मोइद द्वारा दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इसके अलावा बच्ची से दुष्कर्म के बाद आरोपियों द्वारा उसका अश्लील वीडियो भी बना लिया गया और नाबालिग को बार-बार ब्लैकमेल कर उसे बार-बार पीडित करते रहे। मामले का पूरा खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई।
अयोध्या रेपकांड पर जुबानी जंग
- बीजेपी और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि- कांग्रेस के मोहरा श्री अखिलेश यादव निषाद समाज की पीड़ित बेटी के मामले में पहले आप PDA भूल DNA अब न्यायालय की बात कर गुमराह न करें।
आपको वोट बैंक के नाराज़ होने की चिंता है, प्रदेशवासियों को दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने की अपेक्षा है। सरकार अपनी ज़िम्मेदारी निभायेंगी।
- वहीं डिप्टी सीएम के ट्वीट का जवाब देते हुए, अखिलेश यादव के चाचा और वरिष्ठ सपा नेता शिवपाल यादव ने एक्स पर लिखा, "मैं अयोध्या घटना की कड़ी निंदा करता हूं और पवन पांडे द्वारा की गई नार्को टेस्ट की मांग का भी समर्थन करता हूं। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को भी नार्को टेस्ट कराना चाहिए, ताकि ये साफ हो जाए कि संवेदनशील मुद्दों पर कौन सस्ती राजनीति कर रहा है।''