हरियाणा में चल रहे किसान आंदोलन और तीन बिलों के विरोध के नाम पर गत दिवस विधानसभा डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की सरकारी गाड़ी तोड़ जाने, जानलेवा हमले की घटना को लेकर आहत गंगवा मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री व गृहमंत्री अनिल विज से मिले और पूरा घटनाक्रम सामने रखते हुए इस तरह के तत्वों पर कार्रवाई के लिए कहा है। इतना ही नहीं गंगवा के अलावा हांसी विधायक भयाना सहित कईं विधायक भी विज से मिलने पहुंचे हुए थे। सभी ने एक सुर में उनके साथ में हो रही घटनाओं को लेकर चिंता जाहिर की और साफ कर दिया कि वे इससे पूरी तरह आहत हैं। सभी इस तरह के तत्वों पर ठोस कार्रवाई चाहते हैं।
राज्य में किसानों द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन के दौरान पिछले कईं माह से चल रहे घटनाक्रम से आहत विधायकों, मंत्रियों और सियासी दिग्गजों ने अब लामबंदी की शुरुआत कर दी है। तोड़फोड़ और दुर्व्यवहार, हमलों को लेकर दुखी सभी ने एक सुर में पूरे मामले में अब सीएम और गृहमंत्री विज से मुलाकात करते हुए मामलों की निंदा करते हुए इन पर ठोस कार्रवाई करने, मामले वापस नहीं लिए जाने की मांग की है। इसी क्रम में मंगलवार को प्रदेश के कई हिस्सों से आए विधायकों ने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की और किसान आंदोलन की आड़ में बदसलूकी, तोड़फोड़ की घटनाओं के बारे में सिलसिलेवार ब्योरा रखा। पिछले दिनों दिनों में हुई घटनाओं को लेकर लंबी चर्चा करते हुए कुछ खास जिलों में गिने-चुने लोगों द्वारा आंदोलन के नाम पर घटनाक्रम करने पर नाराजगी जाहिर की है। सियासी दिग्गजों से लंबी बातचीत के बाद गृह मंत्री अनिल विज ने साफ कर दिया है कि लोकतंत्र में विरोध करने का अधिकार है लेकिन संपत्ति तोड़ना, दुर्व्यवहार करने जैसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यहां पर उल्लेखनीय है कि हरियाणा विधानसभा डिप्टी डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा की गाड़ी पर गत दिवस पथराव कर शीशे तोड़ दिए गए और गाड़ी छतिग्रस्त कर दी गई थी। हांसी के विधायक विनोद भयाना के साथ भी घटना हुई। गंगवा और विनोद भयाना के अलावा मंगलवार को कई विधायक गृह मंत्री अनिल विज से मिलने पहुंचे हुए थे। उनके साथ में अन्य कईं विधायक व बाकी कईं सियासी दिग्गज थे। गंगवा व इन लोगों ने बंद कमरे में मल लंबी मंत्रणा की। डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने तो मीडिया के सामने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन पर जिस प्रकार जानलेवा हमला और गाड़ी तोड़ने वाले लोग किसान नहीं हो सकते। उन्होंंने इसे वहां पुलिस का फेलियर कहा। गंगवा ने कहा कि उनके साथ जो घटनाक्रम हुआ है, वह जानलेवा एवं एक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह किसान नहीं बल्कि नशे की हालत में कुछ लोगों ने घटना को अंजाम दिया, उनकी पूरी गाड़ी चाराें ओर से शीशे तोड़ते हुए जानलेवा हमला किया और गाड़ी के अंदर मोटे मोटे पत्थर उन्हें लगे। रणबीर गंगवा ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज से उसी समय फोन पर बात की थी। मंगलवार को दोनों से रूबरू होकर गंगवा ने सारी बात और घटनाक्रम रख दिया है। सरकार इस प्रकार की घटनाओं को लेकर आने वाले वक्त में रणनीति पर विचार कर रही है।
कुछ जिलों में ज्यादा घटनाएं
गंगवा और बाकी नेताओं ने बताया कि किस तरह से कुछ ही जिलों में कुछ लोग हमले करते हैं। हरियाणा के इस प्रकार घटना वाले जिलों को चिन्हित किया जा रहा है जिसमें लगातार कुछ लोग जनप्रतिनिधियों विधायकों मंत्रियों के साथ में घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, बाद में उन्हें किसान आंदोलन का नाम दिया जाता है। इस संबंध में गंभीरता दिखाते हुए हरियाणा के गृह मंत्री ने सभी की समीक्षा और आने वाले वक्त के लिए पुलिस अफसरों को तैयारी रखने की हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि कोई भी घटना होने की स्थिति में अधिकारियों पर गाज गिरेगी। लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन ठीक है लेकिन दुर्व्यवहार और तोड़फोड़ करने वाले लोगों से कानून अपना काम करेगा। विज ने स्वीकार किया कि उनके पास लगातार विधायक और जनप्रतिनिधि मिलने आ रहे हैं इस संबंध में दुर्व्यवहार के शिकायतें भी मिली हैं।
विरोध प्रदर्शन ठीक, मारपीट और अभद्रता नहीं होगी बर्दाश्त
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि लोकतंत्र में विरोध, प्रदर्शन, अपनी बात कहना, शांतिपूर्ण ढंग से एक उचित दूरी बनाकर काले झंडे दिखाना भी ठीक है। हम भी विपक्ष में रहे और आंदोलन करते रहे थे, लेकिन हाल के दिनों में हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर और विधायकों के साथ अभद्र व्यवहार, गाड़ियों को तोड़ना, दुर्व्यवहार करना यह कतई बर्दाश्त नहीं होगा। इस संबंध में मेरी डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा के साथ-साथ अन्य विधायकों में जनप्रतिनिधियों के साथ लंबी बातचीत हुई है।लोकतंत्र में विरोध करना काले झंडे दिखाना उचित लेकिन इसके नाम पर जनप्रतिनिधियों के साथ बदसलूकी गाड़ियों पर पथराव और अभद्रता की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अराजक तत्वों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की भरपाई भी इस प्रकार के लोगों से की जाएगी।