संसदीय भाषणों को लोग हमेशा याद रखते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, सुषमा स्वराज, अमित शाह, गुलाम नबी आजाद और पीएम मोदी के नाम सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड भी है। इन लोगों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे अव्वल हैं।
नरेंद्र मोदी जब साल 2014 में पहली बार प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान एक घंटे से ज्यादा वक्त तक सदन को संबोधित किया था। सोमवार को लोकसभा और मंगलवार को राज्यसभा में भी उन्होंने सबसे लंबा भाषण दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 1 घंटे 40 मिनट तक लोकसभा में और 1 घंटे 26 मिनट तक लोकसभा में भाषण दिया है।
1. अटल बिहारी वाजपेयी
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने भाषणों की वजह से विपक्षियों की भी प्रशंसा पाते थे। जब 13 दिन की सरकार के बाद 27 मई 1996 को उनकी सरकार अल्पमत में आई और गिर गई उन्होंने करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा वक्त तक संबोधन दिया।
2. सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज की गिनती देश के दिग्गज नेताओं में होती थी। सुषमा अपनी भाषण शैली की वजह से हमेशा चर्चित रहीं। संयुक्त राष्ट्र में उनका दिया गया भाषण कौन भूल सकता है। उन्होंने 19 अगस्त 2003 को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान करीब 1 घंटा 45 मिनट का लंबा भाषण दिया था। 2017 में राज्यसभा में करीब 50 मिनट तक उन्होंने भाषण दिया था।
3. गुलाम नबी आजाद
गुलाम नबी आजाद भी अपने बयानों की वजह से हमेशा चर्चित रहे हैं। 5 फरवरी 2018 को उन्होंने राष्ट्रपति के भाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान करीब 1 घंटे से ज्यादा लंबा भाषण दिया था।
4. मल्लिकार्जुन खड़गे
26 नवंबर 2015 को मल्लिकार्जुन खड़गे ने 40 मिनट तक का भाषण दिया था।
5. अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह अपने भाषणों की वजह से हमेशा चर्चा में रहते हैं। अमित शाह ने 5 फरवरी 2018 को राज्यसभा में 1 घंटा 20 मिनट का वक्त लिया था।