Khan Sir: पटना में BPSC कार्यालय के बाहर हजारों की संख्या में छात्रों द्वारा नॉर्मलाइजेशन वापस लेने की मांग कर रहे है, इसी बीच शुक्रवार को छात्रों के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए खान सर भी गर्दनीबाग पहुंचे।
इस बीच पुलिस खान सर को गर्दनीबाग थाने लेकर गई। वहीं दूसरी तरफ खान सर के ट्विटर हैंडल खान ग्लोबल स्टडी पर पोस्ट कर लिखा गया कि 'छात्रों के अधिकार के लिए लड़ने वाले खान सर गिरफ्तार हुए हैं'। ऐसे में यह फेक न्यूज हर तरफ आग की तरह फैल गई। जिसपर पटना पुलिस द्वारा एक बयान जारी कर इस बात का खंडन किया गया है कि 'खान सर की गिरफ्तारी नहीं हुई है'।
पटना पुलिस का बयान
वहीं पटना पुलिस के बयान के बाद खान सर के ट्विटर हैंडल पर की गई फेक पोस्ट को आज सुबह डिलीट कर दिया गया। पटना पुलिस ने इस मामले को तथ्यहीन, भ्रामक और भड़काऊ बताया. पुलिस ने स्पष्ट किया कि खान सर को गिरफ्तार नहीं किया गया है. उक्त पोस्ट में कहीं गई बातें तथ्यहीन और भड़काऊ है. इस मामले में सचिवालय एसडीपीओ अनु कुमारी ने भी कहा गया है कि खान सर की गिरफ्तारी अफवाह है।
क्या है पूरा मामला?
शुक्रवार को पटना में BPSC अभ्यर्थियों के द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा था। अभ्यर्थियों की मांग है कि BPSC 70वीं परीक्षा से नॉर्मलाइजेशन हटाया जाए। इस दौरान काफी बवाल भी हुआ। छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी की। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों के समर्थन में खान सर, गुरु रहमान आदि नजर आए। खान सर अभ्यर्थियों की आवाज को बुलंद कर रहे थे।
खान सर का BPSC पर आरोप
'नॉर्मलाइजेशन नहीं सहेंगे, छात्र एकता जिंदाबाद' का नारा लगाते हुए खान सर ने बीपीएससी पर कई आरोप लगाए। कहा कि 'बीपीएससी बैठक में जबरदस्ती हमलोगों के ऊपर नॉर्मलाइजेशन थोप रहा था। ' खान सर ने मांग की है कि बैठक के दौरान जो भी बातें हुई उसका ऑफिसियल वीडियो जारी किया जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। दरअसल, इसी दौरान खबर फैल गयी कि खान सर की गिरफ्तारी कर ली गयी.
क्या होता है नॉर्मलाइजेशन
नॉर्मलाइजेशन प्रोसेस को तब अपनाया जाता है जब परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या बहुत अधिक हो जाती है। इस प्रक्रिया में दो या उससे अधिक शिफ्ट में परीक्षा ली जाती है। किस पाली में कितने प्रश्न का अभ्यर्थी अटेम्प्ट लेते है, उन्हें कितना नंबर आता है। इसी आधार पर प्रश्नपत्र आसान था या कठिन इसका आकलन किया जाता है।
नॉर्मलाइजेशन लागू होने के बाद आसान पाली वाले के नंबर के हिसाब से कम नंबर लाने के बावजूद मुश्किल पाली वालों के नंबर में बढ़ोतरी कर दी जाती है। कभी-कभी नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया के कारण कम नंबर लाने वाले अभ्यर्थी का मार्क्स काफी बढ़ जाता है तो कभी-कभी अच्छे मार्क्स लाने वाले अभ्यर्थी का नंबर कम कर दिया जाता है। इसलिए सभी छात्र इस प्रक्रिया को वापस लेने में अड़े हैं।