पाकिस्तान के कई इलाकों में रविवार 17 मई की रात कई घंटों तक सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म जूम बंद कर दिया गया. माना जा रहा है कि पाकिस्तान में हो रहे जबरन धर्म परिवर्तन, बलूचों पर अत्याचार, बलूचों के गायब होने की घटनाओं और विरोधियों की राज्य प्रायोजित हत्या के खिलाफ ‘साथ फोरम’ ने एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस बुलाई थी, जिसको रोकने के लिए ये कदम उठाया गया. हालांकि देर रात ये सेवाएं फिर शुरू हो गईं.
बता दें कि पाकिस्तान में राज्य स्वीकृत अत्याचार, हत्याएं और लोकतंत्र पर हो रहे प्रहार को लेकर ‘साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस’ का आयोजन किया गया. इसे लेकर पाकिस्तान की सरकार काफी डरी दिखी. पाकिस्तानियों के सवालों से बचने के लिए सरकार ने ट्विटर और जूम को कई घंटों के लिए ब्लॉक कर दिया.
वहीं, पाकिस्तान में बढ़ते कोरोना वायरस के मामले पर लगाम लगाने के लिए लॉकडाउन किया गया है. हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का कहना है कि पाकिस्तान लॉकडाउन को लंबा नहीं झेल सकता है. पीएम इमरान खान ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के चलते 150 मिलियन से ज्यादा पाकिस्तानी प्रभावित हुए हैं.
इमरान खान का कहना है कि पाकिस्तान, अमेरिका, यूरोप और चीन की तरह लॉकडाउन लागू नहीं कर सकता है. इमरान का कहना है कि पहले ही लॉकडाउन ने देश में आर्थिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित किया है, विशेष रूप से कमजोर वर्ग को, जिनमें 25 मिलियन लोग शामिल थे जो दैनिक या साप्ताहिक मजदूरी पर रहते थे.