देशभर में प्याज की कीमत आसमान पर पहुंच चुकी है और 100 के पार चली गई है। मंगलवार को मुंबई में प्याज की कीमत 120 रुपये प्रति किलो तक हो गई। पहले मंदी और अब महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। हालत ये है कि लोगों ने प्याज खरीदना छोड़ दिया है।
वहीं कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने 3 दिसंबर को खुदरा विक्रेताओं और थोक विक्रेताओं के लिए प्याज की स्टॉक सीमा घटाकर क्रमश 5 टन और 25 टन कर दी थी। हालांकि, आयातित प्याज पर यह स्टॉक सीमा लागू नहीं होगी। मंत्रिमंडल ने घरेलू आपूर्ति में सुधार और कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 1.2 लाख टन प्याज के आयात को मंजूरी दी है। सरकार ने कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए पहले ही प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया हुआ है।
वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिये कई कदम उठाए हैं जिनमें इसके भंडारण से जुड़े मुद्दों का हल निकालने के तरीके शामिल हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि उत्पादन में भी गिरावट दर्ज की गई है लेकिन सरकार उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए कदम उठा रही है।