कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के चलते कोरोना की तीसरी तहर के लिए वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि भारत में ओमिक्रॉन की वजह से फरवरी में कोरोना की नई लहर आ सकती है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईआईटी कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल और मॉडल के सह-संस्थापक यानी आईआईटी हैदराबाद के एम विद्यासागर ने का मानना है कि “सबसे खराब स्थिति” में फरवरी में दैनिक नए मामले 1.5 से 1.8 लाख के बीच हो सकते हैं।
मनिंद्र अग्रवाल का मानना है, ''इस नए वैरिएंट की उत्पति दक्षिण अफ्रीका से हुई थी। यदि इसके खिलाफ कोई ठोस उपाय किए जाएं, तो नए संस्करण का प्रसार तेजी से तो होगा, लेकिन शिखर पर पहुंचने के बाद वह तेज गति से गिरना भी शुरू कर देगा। दक्षिण अफ्रीका में मामलों की संख्या तीन सप्ताह में चरम पर है। हालांकि यहां गिरावट भी शुरू हो चुकी है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के वेलकम सेंटर फॉर ह्यूमन न्यूरोइमेजिंग के अनुमानों के अनुसार, यूके में कोविड से संबंधित मौतें और अस्पताल में भर्ती होने की संभावना जनवरी के पहले सप्ताह में चरम पर है। 7 जनवरी को अस्पताल में भर्ती होने वालों का दैनिक आंकड़ा 1,200 के करीब जाने की संभावना है, जो कि फिलहाल 919 है। वहीं इस महामारी के कारण जान गंवाने वालों की संख्या भी 137 होने की संभावना है जो कि वर्तमान में 112 है।