हरियाणा विदेश सहयोग विभाग (Haryana Foreign Cooperation Department) के अधिकारियों ने यूक्रेन (Ukraine) में फंसे हरियाणा के लगभग 2000 छात्रों से शनिवार को वर्चुअल बैठक की। इस दौरान अधिकारियों ने छात्रों के अभिभावकों से भी बात की। बैठक के दौरान विदेश सहयोग विभाग के प्रधान सचिव योगेंद्र चौधरी, महानिदेशक डॉ. अनंत प्रकाश पांडेय व अन्य अधिकारियों ने उनका हालचाल जाना व उनकी सभी बातों को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने प्रतिभागियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार वहां फंसे सभी युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए केंद्रीय विदेश मंत्रालय के लगातार संपर्क में है। लोगों की मदद करने और स्थिति को संभालने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
बता दें कि विद्यार्थियों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाक गणराज्य, रोमानिया की सीमा में प्रवेश कराकर भारत लाया जा रहा है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर, नवीनतम निर्देशिका व संबंधित विवरण भी साझा किए जा रहे हैं। यूक्रेन में मौजूद हरियाणा के युवा हर समय अपने पास पासपोर्ट और आवश्यक दस्तावेज रखें।
अधिकारियों ने छात्रों से कहा कि सभी प्रदेशवासियों को सकुशल वापस देश लाया जाएगा। जो जहां पर है, वो वहीं रहे। अनावश्यक रूप से सुरक्षित स्थानों से बाहर न जाएं। दूतावास अधिकारियों से बिना कोई संपर्क किए किसी भी देश की सीमा की तरफ न जाएं। केंद्र सरकार (Central Govt) की ओर से विशेष फ्लाइट उपलब्ध कराने पर ही सुझाए गए देश की सीमा पर जाएं। बता दें कि इस वर्चुअल बैठक में डॉ. हमेंद्र अग्रवाल, दिग्विजय सिंह, राजेश शर्मा, संजय शर्मा, निधि रहेजा, नरेश चंद, गोपाल राघव, सुभाष श्योकंद, कपिल लकड़ा, स्वाति सिंह, विनय व रमन सहित लगभग डेढ़ सौ लोग जुड़े।