Shardiya Navratri 2021: देवी पुराण में नवरात्रि पर देवी का आवाहन और घटस्थापना एवं पूजन का समय प्रात:काल लिखा है। किंतु प्रतिपदा के दिन चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग को वर्जित बताया गया है। यदि प्रतिपदा को संपूर्ण दिन चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग विद्यमान रहे तो देवी का आह्वान एवं घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त में ही करने के के लिए बताया गया है।
इस बार नवरात्रि के दिन चित्रा नक्षत्र रात 9:13 तक तथा वैधृति योग रात 1:39 तक रहेंगे। इस कारण शारदीय नवरात्रि में घट स्थापना का समय दोपहर 11:52 से 12:38 बजे तक अभिजीत मुहूर्त में ही सर्वश्रेष्ठ रहेगा। शारदीय नवरात्रि में घटस्थापना का मुहूर्त इस बार सिर्फ अभिजीत मुहूर्त ही रहेगा। अभिजीत मुहूर्त 7 अक्टूबर को दोपहर 11:52 से 12:38 तक है। इस बीच घट स्थापना कर देवी की पूजा अर्चना ज्योत,कलश स्थापना करनी चाहिए ।
दशहरा कब है
इस साल दशहरा का त्योहार 15 अक्टूबर, शुक्रवार को मनाया जाएगा।
शारदीय नवरात्रि 2021 तिथियां
7 अक्टूबर (पहला दिन)- मां शैलपुत्री की पूजा
8 अक्टूबर (दूसरा दिन)- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
9 अक्टूबर (तीसरा दिन)- मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा की पूजा
10 अक्टूबर (चौथा दिन)- मां स्कंदमाता की पूजा
11 अक्टूबर (पांचवां दिन)- मां कात्यायनी की पूजा
12 अक्टूबर (छठवां दिन)- मां कालरात्रि की पूजा
13 अक्टूबर (सातवां दिन)- मां महागौरी की पूजा
14 अक्टूबर (आठवां दिन)- मां सिद्धिदात्री की पूजा
15 अक्टूबर- दशमी तिथि ( व्रत पारण), विजयादशमी या दशहरा
शारदीय नवरात्रि महत्व
कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि धर्म ग्रंथों के अनुसार, नवरात्रि मां भगवती दुर्गा की आराधना करने का श्रेष्ठ समय होता है। इन नौ दिनों के दौरान मां के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि का हर दिन मां के विशिष्ट स्वरूप को समर्पित होता है, और हर स्वरूप की अलग महिमा होती है। आदिशक्ति जगदम्बा के हर स्वरूप से अलग-अलग मनोरथ पूर्ण होते हैं। यह पर्व नारी शक्ति की आराधना का पर्व है।