पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) पाकिस्तान (Pakistan) के करतारपुर साहिब गुरुद्वारे (Kartarpur Sahib Gurdwara) में मत्था टेकने गुरुवार को जा रहे 'जत्थे' का हिस्सा नहीं होंगे। बुधवार रात सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर दल्ला (Surinder Dalla) ने यह दावा किया कि सिद्धू को आधिकारिक तौर पर ये सूचित किया गया है कि वह 18 नवंबर के बजाय 20 नवंबर को करतारपुर जा सकते हैं। दल्ला ने कहा कि सिद्धू साहब ने पहले ही कल करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने की पूरी तैयारी कर ली थी और उन्हें पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों के साथ जाना भी था। उन्होंने मंगलवार को पाकिस्तान के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में पूजा-अर्चना करने के लिए अपना आवेदन भी जमा किया था।
अधिकारियों ने अनुसार, गुरुवार को करतारपुर साहिब गुरुद्वारे जाने वाले जत्थे में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) अपने मंत्रियों के साथ दौरा करेगा। उन्होंने बताया कि चन्नी के साथ कुछ विधायक और कुछ अधिकारी भी शामिल होंगे। करतारपुर कॉरिडोर जोकि पाकिस्तान में गुरुद्वारा दरबार साहिब, जिसे सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के अंतिम विश्राम स्थल माना जाता है। ये गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक मंदिर से जोड़ता है। बुधवार को ये गुरुद्वारा एक बार फिर से खुल गया है। गुरु नानक जयंती के रूप में मनाया जाने वाला गुरु पर्व 19 नवंबर को मनाया जाएगा। करतारपुर साहिब गुरुद्वारे की तीर्थयात्रा मार्च 2020 में कोविड महामारी (Covid19) के कारण निलंबित कर दी गई थी।