Bulldozer Justice: संगठित अपराध पर नकेल कसने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की बुलडोजर कार्रवाई पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि अदालत के आदेश के मुताबिक ही बुलडोजर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। बसपा सुप्रीमो ने यह भी कहा कि आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई कानून के दायरे के तहत ही होना चाहिए और आपराधिक तत्वों अथवा उनके रिश्तेदारों पर बुलडोजर की कार्रवाई होने की बजाय उन अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए जो पीड़ितों को सही न्याय नहीं देते हैं।
मंगलवार को मायावती ने एक्स पर सिलेसिलेवार पोस्ट में कहा, "देश में आपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई कानून के तहत होनी चाहिए तथा इनके अपराध की सजा उनके परिवार व नजदीकी लोगों को नहीं मिलनी चाहिए। यह सब हमारी पार्टी की रही सरकार ने 'क़ानून द्वारा क़ानून का राज' स्थापित करके भी दिखाया है।"
उन्होने कहा, "बुलडोजर का भी इस्तेमाल अब मा. सुप्रीम कोर्ट के आने वाले निर्णय के मुताबिक ही होना चाहिए। हालाँकि उचित तो यही होगा कि इसका इस्तेमाल करने की जरूरत ही ना पड़े क्योंकि आपराधिक तत्वों को सख्त कानूनों के तहत भी निपटा जा सकता है जबकि आपराधिक तत्वों के परिवार व नजदीकियों पर बुलडोजर का इस्तेमाल करने की बजाय सम्बन्धित अधिकारियों पर ही कठोर कार्यवाही होनी चाहिए, जो ऐसे तत्वों से मिलकर, पीड़ितों को सही न्याय नहीं देते हैं। सभी सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें।"
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा माफिया तत्वों पर अंकुश लगाने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे बुलडोजर गुंडों माफियाओं के लिए आतंक का पर्याय बन चुका है। वहीं, बुलडोजर की कार्रवाई से योगी सरकार को देश के विभिन्न भागों से तारीफ भी मिली है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहचान 'बुलडोजर बाबा' के तौर पर हो चुकी है।