हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) की राज्य एवं जिला इकाइयां प्रदेश में कोरोना मरीजों के उपचार में सहयोग करेंगी तथा शीघ्र ही उनसे चिकित्सकों का रोस्टर प्राप्त होगा। आईएमए की राज्य एवं जिला इकाइयों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक करते हुए विज ने कहा कि इस राष्ट्रीय आपदा से ऊबरने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
उन्होंने निजी क्षेत्र में काम कर रहे आईएमए के चिकित्सकों से भी जिलों में अतिरिक्त बैड की क्षमता बढ़ाने तथा मरीजों के उपचार में सहयोग करने की अपील की। वहीं, अनिल विज ने कहा कि आईएमए के चिकित्सक अपने जिलों में शिफ्टों में ड्यूटी दे सकते हैं ताकि मरीजों को हो रही परेशानी दूर की जा सके। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को सभी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश तथा जिला स्तर पर कोविड निगरानी कमेटी बनाई गई हैं जो नियमित तौर पर कोविड अपडेट लेकर जरूरी व्यवस्थाएं कर रही हैं। इसी प्रकार राज्य स्तरीय कोविड निगरानी समिति भी प्रदेश स्तर पर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तरीय कमेटी में हरियाणा आईएमए के राज्य अध्यक्ष डॉ. कर्ण पूनिया तथा सभी जिलों के आईएमए अध्यक्षों को जिला स्तरीय समितियों में सदस्य के तौर पर शामिल किया जाएगा।
इसके अलावा अनिल विज ने हरियाणा आईएमए से सोमवार तक विभिन्न जिलों में सेवा देने के इच्छुक रखने वाले चिकित्सकों की सूची सम्बंधित उपायुक्त या सिविल सर्जनस को सौंपने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य में दवाइयां, ऑक्सीजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा रही है ताकि प्रदेश का कोई भी नागरिक बैड, ऑक्सीजन, उपचार, दवाइयां और अन्य किसी अभाव के कारण अपनी जान न गंवाए। सरकार ने ऑक्सीजन की आपूर्ति 162 टन से 257 टन करने में सफलता प्राप्त की है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा ऑक्सीजन एक्सप्रैस भी फरीदाबाद पहुंचने वाली है। राज्य सरकार ने प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ रहे एमबीबीएस फाइनल और पीजी के करीब 1400 विद्यार्थियों की ड्यूटी भी अस्पतालों में लगाई है। परन्तु इसके साथ योग्य एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों का सहयोग वांछनीय है।