Shri Krishna Janmashtami 2023: जन्माष्टमी का त्योहार कृष्ण भक्तों के लिए बहुत खास महत्त्व रखता है। कृष्ण भक्त अपने कान्हा के स्वागत में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं होने देते। घर के साथ- साथ मंदिर में श्री कृष्ण के स्थान को भी अच्छे से सजाया जाता है। लड्डू गोपाल के लिए झूला बनाया जाता है, उसे सजाया जाता है। श्री कृष्णा का जन्म भादो की अष्टमी के रात्रि 12 बजे हुआ था। ऐसे में कृष्ण भक्तों द्वारा हर साल मध्य रात्रि में भगवान के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है, उन्हें भोग लगाया जाता है। उनके जन्मोत्सव का स्वागत किया जाता है।
कान्हा के स्वागत के लिए ऐसे करें तैयारियां
- कृष्ण जन्माष्टमी अवसर पर आप अपने घर को सजाने के लिए रंग बिरंगी मोमबत्तियों और झालर का प्रयोग करें। घर के मुख्य द्वार, खिड़कियों और दीवारों पर झालर की मदद से सजाएं। साथ ही घर में कलरफुल कैंडल्स लगा दें। इससे आपके घर की सुंदरता निखर जाएंगी।
- घर के मंदिर को सजाने के लिए फूलों और गुब्बारों की मदद लें। रंग बिरंगे फूल और गुब्बारे लगाने से पूजा घर में चार चांद लग जाएंगे।
- कान्हा के झूले को सजाना के लिए मोर पंख की मदद लें। भला उससे बेहतर और क्या हो सकता है। झूले के चारों और मोर पंख लगाएं।
- आप अपने पूजा घर में दही हांडी और बांसुरी भी सजाकर रख सकते हैं। ये सभी वस्तुएं कान्हा की पसंदीदा हैं। वहीं इन्हें सजाने के लिए आप रंग बिरंगी लेस और मोतियों की मदद ले सकते हैं।
मंदिर की सजावट के साथ जन्माष्टमी की झांकी भी सजाते हैं। इस झांकी में कृष्ण जन्म और उनके बचपन से जुड़ी जगहों के दृश्य दर्शाए जाते हैं। जेल, मथुरा के नजारे, गायों और ग्वाल बालों संग कान्हा की झांकी सजाते हैं। अगर आप भी घर पर लड्डू गोपाल का जन्म करा रहे हैं और जन्माष्टमी उत्सव मना रहे हैं तो मंदिर को खूबसूरती से सजा सकते हैं।
तो आप इस तरीके से कान्हा के जन्मोत्सव की तैयारियां कआसानी से कर सकते हैं।