सर्दियां करीब हैं और दिल्ली (DELHI) के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में एक बार फिर परिवर्तन देखने को मिल रहा है। CPCB के अनुसार आज दिल्ली का औसत AQI 346 रहा है। विषेशज्ञों ने दिल्ली के प्रदूषण (Pollution) का मुख्य कारण वाहनों से निकलने वाले धुंए, पराली के जलाने, हवा के कम चलने और कम बारिश को बताया हैं।
बता दें कि कई प्रकार के शोधों के हिसाब से वक्त से पहले हुई मौतों में वायु प्रदूषण एक प्रमुख कारण है। अकेले यूरोप (Europe) में हुई कुल मौतों में वायु प्रदूषण से हुई मौतों की एक बड़ी हिस्सेदारी है।
वहीं एक ग्लोबल सर्वे (Global Survey) में दावा किया गया था कि नियमित तौर पर खराब हवा में रहने से शरीर के लगभग सभी अंगो पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। और स्वास्थ्य संबंधी (Health Problems) जटिल समस्य़ा पैदा हो सकती हैं।लंबे समय तक प्रदूषित हवा में रहने से सांस संबंधी समस्या उत्पन्न हो सकती हैं, जोकि भविष्य में अस्थमा (Asthama) और गंभीर एलर्जी (Allergy) का रूप ले सकती है। साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारी भी शरीर को घर कर सकती है। अंतराष्ट्रीय एजेंसी फॉर कैंसर (Cancer) के अनुसार PM 2.5 कण फेफडों के कैंसर (Lung Cancer) का मुख्य कारण हैं।
हाल ही में भारत (India) में हुई एक रिसर्च में जानकारी दी गई कि अधिक मात्रा में PM 2.5 कणों की मौजूदगी में रहने से खून में शुगर (Blood-Sugar) की मात्रा में अनियंत्रित उतार चढ़ाव देखा गया हैं। यह शोध दक्षिण भारत के चेन्नई (Chennai) और दिल्ली में किया गया था।