अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) की एक मस्जिद में बुधवार को बम धमाका हुआ है। उत्तरी काबुल के PD17 इलाके में स्थित मस्जिद में हुए धमाके की चपेट में आने से करीब 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 35 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हालांकि कुछ अपुष्ट सूत्रों ने 40 से ज्यादा लोगों की मौत होने का दावा किया है, जिनमें एक मशहूर मुस्लिम धर्मगुरु भी बताए गए हैं। लेकिन अभी तक तालिबान (Taliban) सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
नमाज की वजह से मस्जिद में भीड़
Reuters के मुताबिक, धमाके के दौरान मस्जिद में मगरिब की नमाज पढ़ी जा रही थी। इस वजह से वहां भारी भीड़ मौजूद थी। यही कारण है कि मरने वालों की संख्या और ज्यादा होने की संभावना जताई जा रही है। तालिबान इंटेलिजेंस के एक अधिकारी ने कहा कि मस्जिद के अंदर हुए धमाके के वक्त ज्यादातर नामजी खैर खाना (Khair Khana) एरिया से थे। मरने वालों में मस्जिद के इमाम का नाम भी शामिल हैं। इंटेलिजेंस टीम के अधिकारी मौके पर जांच कर रहे हैं।
धमाके का असर
गवाहों के अनुसार, धमाका बेहद ही शक्तिशाली था, जिससे मस्जिद के आसपास की इमारतों की खिड़कियों के शीशे भी टूट गए। काबुल पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान (Khalid Zadran) ने बताया कि मौके पर बड़ी संख्या में एंबुलेंस और सुरक्षा बल पहुंच चुका है। हालांकि उन्होंने मरने वालों की संख्या की पुष्टि नहीं की हैं, लेकिन उन्होंने भी 35 से ज्यादा लोगों के घायल होने की बात कही है। उनके मुताबिक, किसी भी संगठन ने अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।