क्रिकेट प्रेमियों का सबसे पसंदीदा खेल आईपीएल 26 मार्च को शुरू होने जा रहा है। लेकिन आईपीएल के शुरू होने से पहले ही चेन्नई सुपर किंग्स को बड़ा झटका लगा है। सीजन के शुरू होने से पहले ही महेंद्र सिंह धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़कर सबको सरप्राइज कर दिया है। इस साल होने वाले आईपीएल में चेन्नई की कमान रवींद्र जडेजा के हाथ में दिखेगी।
इस साल ये देखना बड़ा ही दिलचस्प माना जा कि रवींद्र जडेजा की कप्तानी में येलो आर्मी इस बार क्या करती है, इस पर सबकी नजर सीएसके पर ही रहेगी। हालाकिं, आईपीएल में चेन्नई की टीम को बेहद मजबूत माना जा रहा है। अब देखना ये है कि कप्तानी छोड़कर धोनी बतौर खिलाड़ी क्या कमाल करते हैं और जडेजा बतौर कप्तान खुद को कितना साबित कर पाते हैं या नहीं।
चेन्नई की बात करें तो अभी तक आईपीएल में सीएसके ने 4 बार खिताब जीता है। सीएसके ने आईपीएल के 2010, 2011, 2018 और 2021 में चार बार खिताब जीते हैं। इसके अलावा वह 2008, 2012, 2013, 2015, 2019 में उपविजेता रही है। सीएसके का आईपीएल के इतिहास में एक सबसे बड़ा रिकॉर्ड है कि वह अभी तक सिर्फ एक बार छोड़कर हर बार प्लेऑफ में पहुंची है।
चेन्नई की टीम की महेंद्र सिंह धोनी और रवींद्र जडेजा ताकत माने जाते हैं। रवींद्र जडेजा ने लंबे समय चोट के बाद वापसी की है और शानदार फॉर्म में हैं। इस साल वह चेन्नई की कप्तानी भी करेंगे। महेंद्र सिंह धोनी इस टीम की सबसे बड़ी ताकत हैं। धोनी भले ही कप्तान नहीं हैं लेकिन उनके इनपुट और मैदान में मौजूद होने का फायदा टीम को जरूर मिलेगा।
वहीं, आंकड़ों के लिहाज से देखें तो चेन्नई सुपर किंग्स की टीम बॉलिंग के लिहाज से कमजोर है। इस बार उनके पास न तो लुन्गी एन्गिडी हैं और न ही शार्दुल ठाकुर जैसा ऑलराउंडर। इस बार टीम के पास सिर्फ मुख्य गेंदबाज दीपक चाहर हैं जो फिलहाल चोटिल हैं जिससे सीएसके की टीम की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में इस साल सबसे ज्यादा जिम्मेदारी ब्रावो और साथ में टीम के नए खिलाड़ी एडम मिल्ने, क्रिस जॉर्डन, केएम आसिफ पर होंगी। इस साल अंडर-19 टीम के साथ विश्व कप में अपना जलवा बिखेरने वाले तेज गेंदबाज राजवर्धन हेंगरगेकर भी इस टीम के साथ होंगे।