हिमाचल (Himachal) के राशन कार्ड उपभोक्ताओं सरसों तेल और रिफाइंड को इस महीने डिपुओं में देरी से मिल सकता है। खाद्य आपूर्ति निगम (Food Supplies Corporation) की तरफ से किए गए टेंडर में दिक्कत आ रही है। सरसों तेल के टेंडर में दो और रिफाइंड तेल में मात्र एक ही कंपनी की औपचारिकताएं सही पाई गई हैं। बताया जा रहा है कि टेंडर में करीब तीन कंपनियां होनी चाहिए। लिहाजा, खाद्य आपूर्ति निगम ने यह निर्णय प्रदेश सरकार पर छोड़ दिया है। सरकार अगर दोबारा से टेंडर की प्रक्रिया को शुरू करती है तो इसमें कुछ समय लगेगा। जिससे डिपुओं में सरसों तेल और रिफाइंड देरी से पहुंच पाएगा।
उल्लेखनीय है कि दो सप्ताह पहले ही खाद्य आपूर्ति निगम ने सरसों तेल और रिफाइंड के लिए कंपनियों से निविदाएं आमंत्रित की थीं। सरसों तेल में करीब पांच कंपनियों ने हिस्सा लिया, जबकि रिफाइंड में तीन कंपनियां शामिल हुई थीं। कंपनियों की टेक्निकल बीड खोली गई। इसमें खाद्य आपूर्ति निगम के नियमों के अनुसार सरसों तेल में दो और रिफाइंड में एक ही कंपनी की औपचारिकताएं सही मानी गई हैं। बता दें कि प्रदेश में 19 लाख राशन कार्ड परिवार हैं। इन्हें सरकार की तरफ से सब्सिडी पर सरसों तेल और रिफाइंड दिया जाता है उधर, खाद्य नागरिक एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेंद्र गर्ग ने इस पर बताया कि मामला ध्यान में है। इस पर विचार जारी है।