मौसम में बदलाव के चलते इस वर्ष हिमाचल के सेब के बागवानो को घाटा उठाना पड़ा है। असमय बर्फबारी और बारिश के चलते गर्मियों के मौसम तापमान कम होने को इस बार सेब की कम पैदावार को प्रमुख कारण माना जा रहा है। इस वर्ष प्रदेश में सेब की पैदावार 1.80 करोड़ कैरेट रही वहीं पिछले वर्ष यह 3 करोड़ के आस-पास रही थी जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 1.20 करोड़ कम है।
बता दें कि हिमाचल की आर्थिकी में सेब के उत्पादन का प्रमुख योगदान है। अकेला सेब का ही प्रदेश में 6000 करोड़ रूपए से अधिक का प्रत्यक्ष योगदान है। इस वर्ष मौसम की बेरूखी की वजह से सेब की पैदावार में भारी कमी दर्ज की गई। जिस कारण हिमाचल प्रदेश के बागवानों को करीब 2500 करोड़ रूपए का घाटा हुआ है।
किस वर्ष सेब का कितना उत्पादन
2019-20 3,57,62,650
2020-21 2,40,53,099
2021-22 3,05,95,058
2022-23 3,36,17,133
2023-24 1,79,91,034