हिमाचल प्रदेश के मणिकर्ण में आज सुबह छह बजे भारी बारिश से ब्रह्मगंगा में बाढ़ आ जाने से मां-बेटा बह गए, वहीं एक कैंपिंग साइट भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई है। बताया जा रहा है कि एक महिला पर्यटक और स्थानीय युवक भी बाढ़ में लापता हो गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब ब्रम्हगंगा नदी के जलस्तर ने विकराल रूप धारण किया तो लोगों में अफरा-तफरी मच गई। लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे। इसी दौरान जब बाढ़ का पानी एक घर की तरफ बढ़ गया तो मां-बेटा भी सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे थे, लेकिन दोनों बाढ़ में अचानक बह गए। प्रशासन ने रेस्क्यू टीम को मोके के लिए भेजा है।
वहीं चंबा जिले में मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा कर दिया है। बारिश के कारण पठानकोट-एनएच चनेड के समीप भू-स्खलन की जद में आकर जेसीबी मशीन का सहायक नाले के तेज बहाव में बह कर लापता हो गया है, वहीं भारी बारिश के कारण जगह-जगह भू-स्खलन होने से वाहनों के पहिए थम कर रह गए हैं। बारिश के कारण नालों के उफान पर आने से सडकें तालाब में बदल गई हैं।
पागल नाला के पास भूस्खलन से कई गाड़ियां फंसीं
आपको बता दें कि सैंज घाटी में पिछले 24 घंटे से हो रही जोरदार बारिश से जगह-जगह भू-स्खलन व नदी-नाले उफान पर हैं। घाटी को जिला मुख्यालय से जोडऩे वाला एक मार्ग पागल नाला के दूसरे छोर पर अवरुद्ध हो चुका है, जिसके चलते घाटी के किसानों और बागबानों के फल-सब्जियों से लदे हुए वाहन फंस चुके हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ने कहा है कि पिछले 24 घंटे से घाटी में जोरदार बारिश हो रही है बहुत जगह-जगह भू-स्खलन हो रहा है सड़क बहाली के लिए मौसम खुलते ही कार्य किया जाएगा।