Himachal Monsoon: हिमाचल प्रदेश में मानसून ने इन दिनों जबरदस्त कहर बरपाया है। बीते 24 घंटे के दौरान कई क्षेत्रों में जमकर भारी बारिश हुई है। मौसम विभाग ने आज और कल के लिए मौसम का हाई अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शनिवार और रविवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आने वाले 48 घंण्टों तक 9 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है और कुल्लू जिले को येलो अलर्ट दिया गया है।
वहीं पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से 43 लोगों की मौत भी हुई है। इसके अलावा पिछले दो हफ्ते में करीब 80 लोग घायल हुए हैं। कुछ लापता भी बताए जा रहे हैं। राज्य में लगभग 168 से अधिक सड़कें बंद हैं। हिमाचल में भारी बारिश के कारण ऊना, कांगड़ा, चंबा, बिलासपुर, मंडी, शिमला, सोलन, सिरमौर और हमीरपुर जिले में कुछ स्थानों पर भारी से भी भारी बारिश के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
प्रदेश के कसौली में भूस्खलन
प्रदेश के सोलन जिले में पर्यटन इलाके कसौली में भूस्खलन होने के बाद तीन निर्माणाधीन भवन खतरे की जद्द में आ गए है। इनमें से एक भवन धंस गया है। ऐसे में दो भवनों को भी नुकसान पहुंचा है। भूस्खलन के चलते किम्मूघाट-चक्की मोड़ सड़क भी बंद हो गई है। वहीं कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पर भी कई जगह बारिश में पत्थर और मलबा आया है। इस कारण सड़क पर कई जगह पहाड़ी वाली लेन को बंद कर दिया गया है।
राहनीनाला के पास भूस्खलन से होने से रोहतांग मार्ग बंद हो गया है। सड़क मार्ग की बहाली के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीम रवाना हो गई है। सुबह रोहतांग पहुंचे वाहनों को वाया कोकसर अटल टनल से वापस मनाली की ओर भेजा जा रहा है।
कुल्लू जिले में बारिश का कहर जारी
कुल्लू जिले में आज सुबह से ही लगातार बारिश हो रही है। वहीं राजधानी शिमला और नाहन में शनिवार सुबह झमाझम बादल बरसे। शिमला में 46 और नाहन में 62.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में 11 जुलाई तक मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में बारिश के चलते सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह बंद है। 69 बिजली ट्रांसफॉर्मर ठप हैं। वहीं 73 पेयजल योजनाएं प्रभावित हो गई हैं। जिला कुल्लू में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
स्थानीय लोगों को मौसम विभाग की सलाह
भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को नदी-नालों और लैंड स्लाइड संभावित क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है। बता दें कि शुक्रवार को भी चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर सोलन के दत्यार में भारी लैंड स्लाइड हुआ।