हरियाणा में दो सीट को लेकर हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार और निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा की जीत हो गई है। जबकि कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन क्रॉस वोटिंग से हार गए। कांग्रेस का एक वोट रद्द हो गया। वहीं कांग्रेस की हार के बाद विधायक कुलदीप बिश्नोई के फिर से बागी तेवर दिखाई देने लगे हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि "फन कुचलने का हुनर आता है मुझे, सांप के ख़ौफ़ से जंगल नहीं छोड़ा करते।" वहीं उनके बेटे ने भी ट्विटर पर लिखा कि 'हम समंदर हैं हमें ख़ामोश रहने दो, ज़रा मचल गए तो शहर ले डूबेंगे" इस पर कयास लगाए जा रहे हैं कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस के पक्ष में वोट नहीं दिया। उन्होंने पहले भी कहा था कि मैं अपनी अंतर आत्मा की आवाज सुनकर ही वोट दूंगा, अंतर आत्मा की आवाज पार्टी से भी बड़ी है। कुलदीप बिश्नोई प्रदेश अध्यक्ष का पद न मिलने के बाद से ही कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं।
वहीं न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक हरियाणा में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोट करने वाले कुलदीप बिश्नोई को सीडब्ल्यूसी ( विशेष आमंत्रित ) की सदस्यता से हटा दिया जाएगा और उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया जाएगा। विधानसभा से सदस्यता रद्द कराने के लिए अध्यक्ष को पत्र भी लिखा जाएगा।
कुलदीप बिश्नोई ने सुनी अंतरआत्मा की आवाज : सीएम मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि विधायक कुलदीप बिश्नोई ने खुला वोट दिया। उन्होंने अपनी अंतर आत्मा की आवाज सुनकर वोट दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर ही ऐसा किया होगा। कुलदीप बिश्नोई ने राष्ट्रीय विचार से जुड़ने का एक अवसर अपनी अंतरआत्मा के साथ मजबूत किया है। वो भाजपा में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है।
दोनों सांसद राज्यसभा में उठाएंगे हरियाणा के हित
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यसभा चुनाव जीतने वाले भाजपा के सांसद कृष्ण लाल पंवार और निर्दलीय चुनकर आए सांसद कार्तिकेय शर्मा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हरियाणा की जनता की जीत है। दोनों सांसद राज्यसभा में जाकर हरियाणा के हितों को उठाएंगे। मुख्यमंत्री ने कल सुबह करीब 2 बजे खुद हरियाणा विधानसभा पहुंचकर दोनों नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई देते हुए अपने हाथ से लड्डू खिलाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा विधानसभा में कुल विधायकों का आंकड़ा 90 है।
राज्यसभा चुनाव के दौरान एक विधायक ने वोट नहीं डाला जबकि कांग्रेस के एक विधायक का वोट रद्द हो गया। ऐसे में कुल विधायकों की संख्या 88 बनती है। राज्यसभा में जो भी उम्मीदवार कुल संख्या का एक तिहाई वोट में आ जाएगा, वह जीत जाएगा। इससे नीचे रहने वाला उम्मीदवार हार जाएगा। हरियाणा विधानसभा में 88 विधायकों का एक तिहाई 29.34 बनता है। पहली और दूसरी परेफरेंस मिलाकर दोनों उम्मीदवारों के नंबर इतने बनते हैं, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार के इतने नंबर नहीं बनते थे। तभी वे हारे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान एक बार रिकाउंटिंग भी हुई थी।
कांग्रेस की 1 सप्ताह की ट्रेनिंग पर भारी पड़ी BJP की 1 दिन की ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कांग्रेस का एक वोट कैसे रद्द हुआ यह उन्हें नहीं पता है लेकिन हमारी पार्टी के पूरे वोट पड़े हैं। कांग्रेस ने इस चुनाव से पहले अपने विधायकों की एक सप्ताह की ट्रेनिंग करवाई थी लेकिन उनकी इस ट्रेनिंग पर भाजपा की एक दिन की ट्रेनिंग भारी पड़ी। वे फेल हो गए और हम पास हो गए।