एक बार फिर नवरात्र (Navratri) शुरू होने के साथ ही कुट्टू का आटा (Kuttu Flour) लोगों के लिए परेशानी बन गया है। स्थिति यह है कि बीते दो दिनों में कुट्टू का आटा खाने से प्रदेश में करीब सौ से अधिक लोग बीमार होकर अस्पताल पहुंच गए है। दूसरी विभाग की ओर से लगातार घटनाएं सामने आने के बाद सैंपल एकत्र कर खानापूर्ति की जा रही है।
करनाल (Karnal) के घरौंडा (Gharaunda) क्षेत्र में शनिवार रात को कुट्टू के आटे से बने व्रत के तरह-तरह के पकवान खाने से 50 से अधिक लोगों की तबियत अचानक बिगड़ गई। उन्हें पास ही के सीएचसी (CHC) और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से दो की गंभीर हालत होने पर करनाल मेडिकल कॉलेज (Karnal Medical College) रेफर कर दिया गया। मामले में आपूर्ति विभाग की टीम ने प्रशासन के निर्देश पर सोमवार को सैंपल इकट्ठे किए।
दूसरी ओर यमुनानगर (Yamunanagar) में शनिवार को कुट्टू के आटे से करीब 32 लोगों की तबीयत खराब हो गई थी, जिन्हें इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। वहीं सोमवार को भी शहर के आनंद मार्केट (Anand Market) में एक परिवार समेत कुछ अन्य लोगों की कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके बीते दो दिनों में अलावा अंबाला (Ambala) में भी कुट्टू के आटे से 40 से ज्यादा लोग बीमार हो गए है। उल्टी-दस्त (vomiting and diarrhea) और चक्कर (Dizziness) की शिकायत के बाद उन्हें सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया दिया गया है। बता दें कि हर साल कुट्टू का आटा खाने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और हर बार विभाग की तरफ से सिर्फ सैंपलिंग करके खानापूर्ति कर दी जाती है। ठोस कार्रवाई और रोकथाम की कोशिश नहीं होती।
शनिवार रात फूड प्वॉयजनिंग (Food Poisoning) के करीब 26 मामले आए थे, इन सभी ने तबीयत बिगड़ने से पहले कुट्टू के आटे से बने पकवान खाए थे। इतना ही नहीं इसके अलावा यह भी पता चला है कि करीब 25 मरीज प्राइवेट अस्पताल में भी दाखिल हुए हैं। इनमें से किसी मरीज को चक्कर आ रहे हैं तो किसी को उल्टी व दस्त लगे हुए है। काफी मरीजों की उपचार के बाद छुट्टी भी कर गई है। -डॉ. अजय, सरकारी अस्पताल, घरौंडा