हरियाणा सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए काम कर रही है। इस क्रम में किसानों को बागवानी की ओर प्रेरित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की किसान हितैषी नीतियों का असर भी साफ तौर पर देखा जा रहा है। इस क्रम में हरियाणा सरकार ने प्रदेशभर से प्रगतिशील किसानों का चयन किया है जो अन्य किसानों को भी जागरूक करने का काम करेंगे। सोनीपत में ऐसे ही प्रगतिशील किसानों हैं, जो तकनीक के जरिए खेती कर अन्य किसानों के लिए मिसाल बने हैं।
हरियाणा सरकार की ओर से किसान कल्याण को लेकर चलाई जा रही योजनाओं का असर लगातार देखा जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा किसान बागवानी की ओर रुझान करें और अपनी आय बढ़ाएं। हरियाणा सरकार किसानों को बागवानी की तरफ से लगातार प्रोत्साहित कर रही है। तो वहीं, बागवानी विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर किसान अपनी आय बढ़ाने में जुटे हैं। अब सरकार ने उन किसानों को प्रदेश व देशभर में उदाहरण के रूप पेश करने का निर्णय लिया है, जो इस क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं।
जिला सोनीपत से 5 प्रगतिशील किसानों का चयन किया गया है। जो अन्य किसानों को अब जागरूक करने का काम कर रहें हैं। आपको बता दें कि सोनीपत जिले के मनौली गांव में किसानों ने FPO बनाया है और उसके माध्यम से खेती कर रहे हैं।
प्रगतिशील किसान प्रवीण कुमार के अनुसार किसानों को पारंपरिक खेती से हटकर सब्जी उगानी चाहिए क्योंकि में ज्यादा रिटर्न आता है। तो वहीं, मनौली गांव के ही अन्य प्रगतिशील किसान पवन कुमार का कहना है कि हम नए-नए तरीके से खेती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने FPO में नया पार्ट जोड़ा है और बायो खेती कर रहे हैं।
प्रगतिशील किसान पवन कुमार के अनुसार सरकार अनुदान के माध्यम से हमारी मदद करने में जुटी है और इसमें कोई दिक्कत नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार हमारे पास आ रही है। और तमाम सुविधाएं हम तक पहुंचा रही है।
गौरतलब है कि सोनीपत के मनौली गांव के 5 किसानों को सरकार ने सेंटर ऑफ एक्सीलैंस में शामिल किया गया है। ये किसान अब अन्य किसानों को इस दिशा में प्रोत्साहित करने के साथ ही उदाहरण पेश करेंगे और बागवानी की खेती के फायदे किसानों को बताएंगे। ताकि दूसरे किसान भी पारंपरिक खेती को छोड़ फसल विविधीकरण को अपनाएं।