पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह का राज्यसभा से दिया इस्तीफा मंजूर हो गया है। उनका कार्यकाल अगस्त 2022 तक था। इससे पहले, इनेलो से राज्यसभा पहुंचे रामकुमार कश्यम ने इंद्री से भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव जीतने के बाद 4 नवंबर को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था, जो तभी मंजूर हो गया था।
कांग्रेस से राज्यसभा की सदस्य कुमारी सैलजा का कार्यकाल अप्रैल में पूरा हो रहा है। ऐसे में 3 सीटें खाली हो जाएंगी। इनमें से 2 पर आम चुनाव और एक पर उपचुनाव होगा। अप्रैल तक राज्यसभा की 3 सीटें खाली हो जाएंगी। इनमें 2 भाजपा-जजपा गठबंधन और 1 कांग्रेस के खाते में जा सकती है।
कुल 90 विधायकों में भाजपा-जजपा गठबंधन के साथ निर्दलीय समेत 57 विधायक हैं। कांग्रेस के 31 विधायक हैं। ऐसे में 32 विधायकों के वोटों के साथ एक भाजपा का सदस्य बनना है तो 31 वोट होने से दूसरा कांग्रेस का उम्मीदवार जीतना तय है।