सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम ने एक बार फिर एक चिट्ठी लिखी हैं। अपनी चिट्ठी में राम रहीम ने लिखा, "ताउम्र गुरू बनकर करता रहूंगा सेवा" राम रहीम ने अपने खत के जरिए डेरा की गद्दी को लेकर हो रहे कयासों को खत्म करने की कोशिश की हैं।
वायरल हुई चिट्ठी में इस बार उन्होंने अपनी मां और समर्थकों के नाम चिट्ठी भेजी हैं। गुरमीत ने जेल में रहकर पत्र द्वारा अपनी मां को कोरोना को लेकर सलाहें दी हैं। उन्होंने बीमारी से सावधानी बरतने के लिए कहा हैं। उसने जेल से आकर मां का इलाज करवाने का भरोसा दिलाया हैं। कोरोना से बचाव के लिए गुरमीत डेरा प्रेमियों से सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरा पालन करने को कहा हैं। गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम दो साध्वियों से दुष्कर्म व रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में उम्र कैद की सजा काट रहा हैं। उसे सुनारियां जेल में रखा गया है। उसने दो माह और 11 दिन के बाद एक बार फिर मां व डेरा की संगत के नाम दूसरा पत्र भेजा हैं। जिसे डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन ने सोशल मीडिया पर वायरल किया हैं।
25 जुलाई को लिखे गए पत्र में लिखा है कि सरकार के नियमों की पालना करें। बेशक अनलॉक है लेकिन अपने घरों में ही रहे। घर आकर नहाएं और अपने कपड़े धोकर सुखा दें। पहली चिट्ठी में जो काढ़ा बताया था वह लेते रहें। इसके अलावा कोरोना से बचने के लिए मास्क लगाने व सात फीट की दूरी रखने की सलाह भी दी है।