Gold, Silver Rates Today: देश के सर्राफा बाजार में बुधवार को तेजी का माहौल रहा। राजधानी दिल्ली में सोने की कीमत ने एक बार फिर से 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर पार कर लिया। तीन सप्ताह में यह सोने का सबसे ऊंचा स्तर है। 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमत 620 रुपये बढ़कर 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई, जबकि मंगलवार को सोने का भाव 79,780 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की बात करें तो इसमें लगातार तीसरे दिन तेजी देखने को मिली है। बुधवार को चांदी 1,450 रुपये बढ़कर 96,300 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो एक महीने में इसका सबसे ऊंचा स्तर है।
घरेलू बाजार और फ्यूचर्स ट्रेड का हाल
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी डिलीवरी के लिए सोने के कॉन्ट्रैक्ट में 112 रुपये की बढ़ोतरी हुई, जिससे यह 78,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा था। दिन के दौरान यह 78,978 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया। एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी एंड करेंसी एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी का कहना है कि "MCX पर सोने की कीमत 77,400 से 79,250 रुपये के बीच रह सकती है, जबकि डेटा रिलीज से पहले उतार-चढ़ाव अधिक रहने की संभावना है।"
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी का प्रदर्शन
अंतरराष्ट्रीय बाजार में, सोने की कीमत 10.20 अमेरिकी डॉलर बढ़कर 2,728.60 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस हो गई। भू-राजनीतिक तनाव और ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना दिया है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर कमोडिटी एनालिस्ट सौमिल गांधी का कहना है कि "यूएस फेडरल रिजर्व की आगामी बैठक में तीसरी बार ब्याज दरों में कटौती की संभावना है, जो सोने की कीमतों को और बढ़ावा दे सकती है।"
सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह
स्थानीय बाजार में ज्वेलर्स और स्टॉकिस्ट्स द्वारा बढ़ी हुई खरीदारी के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूती की वजह से सोने और चांदी की कीमतों में तेजी आई है। अंतरराष्ट्रीय मार्केट की बात करें तो कॉमेक्स (COMEX) पर सोने की कीमतें 2,700 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के करीब हैं। इस बढ़ोतरी के पीछे जिटो-पोलिटिकल टेंशन, डॉलर इंडेक्स की मजबूती और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद को मुख्य वजह कहा जा सकता है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के कमोडिटी एनालिस्ट मानव मोदी का कहना है कि "सोने की कीमतों में उछाल के पीछे सीरिया में बढ़ता तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की संभावित दर कटौती भी बड़ी वजह है।"
निवेशकों के लिए क्या है आगे का संकेत?
सोने की कीमतें बढ़ती अनिश्चितताओं और वैश्विक तनावों के चलते मजबूत बनी रह सकती हैं। आने वाले दिनों में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) और बेरोजगारी के आंकड़े, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पॉलिसी पर असर डाल सकते हैं। अबंस होल्डिंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिंतन मेहता का मानना है कि "सोना मौजूदा भू-राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में चमक रहा है।"
सोने और चांदी की कीमतों में हालिया तेजी मुख्य रूप से बढ़ी हुई मांग, वैश्विक घटनाक्रम और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों का परिणाम है। निवेशकों को आगामी डेटा रिलीज और फेडरल रिजर्व की बैठक पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, क्योंकि यह भावी कीमतों की दिशा तय करेगा।