हरियाणा (Haryana) में डीएसपी सुरेंद्र सिंह (DSP Surendra Singh) के हत्याकांड मामले में राज्य सरकार कड़ा रुख अपना रही है। मनोहर सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले में DSP सुरेंद्र का परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। 19 जुलाई को हरियाणा के नूंह (Nuh) जिले में अवैध खनन (Mining Mafia) रोकने के लिए टीम के साथ गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह को खनन माफियाओं ने डंपर से कुचलकर मार डाला था।
गुरुवार को गृहमंत्री अनिल विज ने बताया कि राज्य सरकार ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह हत्याकांड की न्यायिक जांच कराने का फैसला किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि,'हरियाणा सरकार ने यह फैसला किया है कि मेवात में डीएसपी हत्याकांड मामले में न्यायिक जांच कराई जाएगी। इसके अलावा इस क्षेत्र में अवैध खनन के सभी मामलों की भी न्यायिक जांच की जाएगी।'
SC में याचिका दायर
वहीं, यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच के सामने एक याचिका दायर हुई है। याचिका में कोर्ट से यह मांग की गई है कि राज्य सरकार द्वारा अब तक की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट तलब की जाए। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट भी सुनवाई करने के लिए तैयार हो गया है।
पुलिस ने बुधवार को इस मामले के मुख्य आरोपी शब्बीर उर्फ मित्तर को राजस्थान के भरतपुर जिले से गिरफ्तार किया है। मामले के एक अन्य आरोपी इक्कर से पूछताछ के बाद उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। नूंह के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंघला ने इस पर कहा कि हमने मुख्य आरोपी शब्बीर उर्फ मित्तर को राजस्थान के भरतपुर के पहाड़ी थाना क्षेत्र से अपनी गिरफ्त में ले लिया है। आरोपी की उम्र लगभग 30 साल बताई जा रही है और वह पचगांव का निवासी है।