हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के ग्रामीण और दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। अब से उनको घर के पास ही बेहतर स्वास्थ्य चिकित्सा की सुविधा दी जाएगी। इन इलाकों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों में हफ्ते में 300 नए डॉक्टर तैनात किए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने इस पर हाईकोर्ट से अनुमति लेने के बाद डॉक्टरों की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। बता दें कि प्रदेश में कमीशन द्वारा 200 अन्य डॉक्टरों के पदों को भरने के लिए विभागीय प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिसके लिए अटल विश्वविद्यालय नेरचौक (मंडी) ने एमबीबीएस प्रशिक्षु डॉक्टरों द्वारा लिखित परीक्षा (Exam) करवाई थी। इसे बाद स्वास्थ्य संस्थानों में चुने गए कुल 50 डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी।
हिमाचल में प्रदेश सरकार स्वास्थ्य केंद्रों (Health Center) को खोलने और अपग्रेड करने की तैयारी में लगी है। कैबिनेट की हर बैठक में पांच से सात नए स्वास्थ्य केंद्रों को खोलने और उन्हें अपग्रेड करने की घोषणाएं हो रही हैं। इसके लिए डॉक्टरों सहित अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ भी तैनात किए जा रहे हैं। हिमाचल में साधारण बीमारियों का उपचार कराने के लिए मरीजों को जिला या फिर मेडिकल कॉलेज जाना पड़ता है। इसके अलावा प्रदेश में अनेक स्वास्थ्य केंद्र भी हैं लेकिन वहां पर डॉक्टर ही नहीं हैं। इन स्वास्थ्य केंद्रों में फार्मासिस्ट ही मरीजों का उपचार करते हैं। लोगों की इन्हीं परेशानियों को दूर करने के लिए दूरदराज के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों को तैनात करने की तैयारी की जा रही है।
स्वास्थ्य प्रधान सचिव सुभाशीष पंडा ने इस पर बताया है कि अटल विश्वविद्यालय नेरचौक (मंडी) द्वारा एमबीबीएस प्रशिक्षु डॉक्टरों की लिखित परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। उत्तीर्ण डॉक्टरों को सप्ताह के भीतर तैनात करने के आदेश भी जारी हो गए हैं। इससे लोगों को घर के पास ही स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर चिकित्सा सुविधा प्राप्त कराई जाएंगी।