छठ पूजा (Chhath Puja 2021) के दौरान श्रद्धालुओं के झाग से भरी गंदी नदी में डुबकी लगाने की कड़ी आलोचना के बीच दिल्ली सरकार (Delhi Government) द्वारा यमुना नदी (Yamuna River) में बने जहरीले झाग को हटाने के लिए नावों को तैनात किया गया है। इस पर दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि, "सरकार ने बढ़ते प्रदूषण के कारण यमुना में बन रहे जहरीले झाग को हटाने के लिए 15 नावों को तैनात किया है। छठ पूजा के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य से पहले, जिसके दौरान भक्त पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं और सूर्य की पूजा करते हैं, इसलिए नदी को सफा करने के लिए नावों का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यह निर्णय सिचाईं और बाढ़ नियंत्रण विभाग, राजस्व विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (Delhi Pollution Control Committee) ने संयुक्त रूप से लिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि दो नावों के बीच एक मजबूत कपड़ा बांधकर झाग को किनारे तक लाया जाएगा। यह विचार पर्यावरणविदों, राजनीतिक दलों और दिल्ली के लोगों द्वारा भयावह स्थिति पर चिंता जताने के बाद आया है। उन्होंने कहा यमुना नदी पर तैरता खतरनाक झाग अमोनिया के स्तर में वृद्धि और उच्च फॉस्फेट सामग्री के कारण बना है जो नदी में डिटर्जेंट सहित औद्योगिक प्रदूषकों के निर्वहन की वजह से होता है। इस पर एक सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा है कि झाग नदी के किनारे स्थापित की गई अवैध जींस बनाने वाली इकाइयों द्वारा डेनिम को रंगने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले रासायनिक कचरे के कारण बना है। इस मुद्दे पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगातार जारी है क्योंकि दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष और आम आदमी पार्टी (AAP) नेता राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने नदी में अनुपचारित अपशिष्ट जल छोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा की भाजपा शासित सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है।