भक्ति ,सद्भावना का प्रतिक झंडा साहिब मेला जो की देहरादून की पहचान के रूप में विख्यात है। जहां हज़ारो -लाखों की संख्या में देश भर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। झंडा साहिब मेला देहरादून का पुरातन इतिहास के रूप में प्रसिद्ध है जिसमे हर समुदाय से लोग पहुंचते हैं। पर यह मुख्य तौर पर सिख समुदाय के साथ विशेषकर जुड़ा हुआ है। और इस साल भी 19 मार्च को मेले का आयोजन किया जा रहा है।
ये हैं कार्यक्रम की सूचि -
08 मार्च: दरबार साहिब के प्रतिनिधि सुबोध उनियाल पंजाब की पैदल संगत के लिए बिहलौलपुर (पंजाब) के महंत वियन्तदास के नाम का हुक्मनामा दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज के हस्ताक्षर कराकर बड़गांव (पंजाब) ले जाएंगे।
10 मार्च: दरबार साहिब के सज्जादादीनशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज पैदल संगत के स्वागत के लिए अराईयांवाला (हरियाणा) प्रस्थान करेंगे। झंडा चढ़ाने के बाद संगतों को आशीर्वाद देकर वापसी।
11 मार्च : पैदल संगत का जत्था श्री गुरु राम राय इंटर कालेज सहसपुर पहुंचेगा। जहां भजन कीर्तन व प्रसाद वितरण कर उनका स्वागत किया जाएगा।
12 मार्च : पैदल संगत कांवली होते हुए श्री दरबार साहिब पहुंचेगी। दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज की अगुआई में दर्शनी गेट पर परंपरानुसार पैदल संगत का स्वागत किया जाएगा। इसके साथ ही संगत के दरबार साहिब पहुंचने का सिलसिला शुरू होगा।
16 मार्च: दरबार साहिब परिसर में गिलाफ सिलवाई का कार्य। नए ध्वजदंड को ढोल नगाड़े के साथ एसजीआरआर बाम्बे बाग से दरबार साहिब लाया जाएगा।
18 मार्च: दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज का आशीर्वाद लेने के बाद शाम को उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के पूर्वी संगत की विदाई।
19 मार्च: सुबह आठ से नौ बजे के बीच झंडेजी को उतराने का कार्यक्रम। सुबह 10 बजे से गिलाफ चढ़ाने की प्रक्रिया। दोपहर एक बजे सनील गिलाफ चढ़ाया जाएगा। शाम चार से पांच बजे के बीच दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज झंडेजी का करेंगे आरोहण।
20मार्च : दरबार साहिब में दरबार साहिब के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज का आशीर्वाद लेने के साथ झंडेजी पर माथा टेकेगी संगत।
21 मार्च: दरबार साहिब से सुबह 7:30 बजे शुरू होगी नगर परिक्रमा। विभिन्न जगहों पर स्वागत। पैदल संगत और पंजाब के श्रीमहंतों व मसंदो को पगड़ी व प्रसाद वितरित किया जाएगा विदा।
06 अप्रैल: रामनवमी के दिन मेले का समापन
इस साल मेला हैं खास :
झंडा साहिब मेला सिख समुदाय के लिए बेहद ख़ास माना जाता है। हर साल होली के बाद सिख समुदाय द्वारा झंडा साहिब मेले का आयोजन कराया जाता है।हर तीन वर्ष पर ध्वजदंड बदला जाता हैं। जिसे बहुत शुभ माना जाता है और इस साल यह शुभ अवसर हैं जिसमे ध्वजदंड बदला जाएगा जिसके कारन इसबार मेला बेहद खास है सरकार के तरफ से सुरक्षा से लेकर सभी तैयारियां कर ली गयी है। और साथ ही इस बार भीड़ काफी ज्यादा होने की सम्भावना हैं।