UP MLC Bypoll Elections:उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की दो रिक्त सीटों पर उप चुनाव जारी है। सुबह 9 बजे शुरू हुए मतदान की प्रक्रिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले वोट डाला। बता दें कि विधानसभा सचिवालय ने मतदान के लिए विधान भवन स्थित तिलक हॉल में दो मतदान कक्ष बनाए हैं। रिटर्निंग अधिकारी मो. मुशाहिद ने बताया कि दोनों सीटों पर गुप्त मतदान हो रहे हैं।
उन्होंने आगे बताया कि सभी 403 विधायक मतदान करेंगे। मतदान के बाद मतपत्र किसी भी व्यक्ति या चुनाव अभिकर्ता को दिखाने की इजाजत नहीं होगी। मतदान 4 बजे तक होना है जिसके एक घंटे बाद शाम 6 बजे तक परिणाम घोषित होने की उम्मीद है। वहीं भाजपा से पद्मसेन चौधरी और मानवेंद्र सिंह व सपा से रामजतन राजभर और रामकरन निर्मल चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा का दावा - भाजपा को 290 वोट मिलेंगे
भाजपा के मुख्य सचेतक रामनरेश अग्निहोत्री ने कहा कि उपचुनाव में भाजपा को 290 वोट मिलेंगे जबकि भाजपा गठबंधन के पास अधिकृत आंकड़ा 274 है। उन्होंने कहा कि दूसरे दलों के विधायक भी भाजपा प्रत्याशियों को ही मतदान करेंगे।
सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि समाजवादी पार्टी के दोनों प्रत्याशियों को 118 से अधिक वोट मिलेंगे। सदन में विधायकों की कुल संख्या 403 है।
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने किया मतदान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मतदान करने के बाद उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने भी वोट डाला। उनके साथ सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भी थे। उन्होंने वोट करने के बाद कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। कहा कि ये गुप्त मतदान है। बृजेश पाठक और ओमप्रकाश राजभर मतदान करने के बाद हाथ मिलाते हुए एक साथ निकले।
09:20 AM, 29-MAY-2023
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया मतदान
विधान परिषद की दो सीटों के उपचुनाव के लिए मतदान प्रारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले मतदान किया। मतदान के लिए अन्य विधायक भी पहुंचने लगे हैं। गुप्त मतदान किया जा रहा है।
09:01 AM, 29-MAY-2023
विधान परिषद उपचुनाव के लिए भाजपा ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पार्टी विधायकों को संदेश दिया कि एक भी वोट बर्बाद नहीं होना चाहिए।
बता दें कि मतदान और मतगणना के दौरान विधानभवन में सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है। रिटर्निंग आफिसर मोहम्मद मुशाहिद ने बताया कि मतदान और मतगणना के दौरान विधानभवन में आगंतुकों को प्रवेश की अनुमति प्रदान नहीं की जाएगी। केवल प्रत्याशी, उनके अभिकर्ता, विधानमंडल के वर्तमान एवं पूर्व सदस्य, वर्तमान एवं पूर्व संसद सदस्य, पत्रकार तथा सरकारी कार्य से आने वाले अधिकारी एवं कर्मचारी ही प्रवेश कर सकेंगे।