Buddha Purnima 2024: आज देशभर में बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है, यह दिन कई मायनों में खास होता है क्योंकि इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। इस दिन से जुड़ी बहुत से खास बातें है जो एक संयोग वश एक ही तिथि में पड़ती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन तीन प्रमुख घटनाएं हुई थी, जिनकी वजह से भी यह दिन बहुत ही खास माना गया है। पहला महात्मा बुद्ध का जन्म, दूसरा ज्ञान की प्राप्ति और तीसरा मोक्ष, यह सभी एक ही तिथि पर आते हैं।
वैशाख माह में पड़ने वाली पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा, बुद्ध जयंती के नामों से भी जाना जाता है। यह बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है, बुद्ध पूर्णिमा के दिन बौद्ध मंदिरों में धूमधाम से उत्सव मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान बुद्ध को विष्णु जी का नौवां अवतार माना गया है। इसलिए इस दिन महात्मा बुद्ध के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है।
कौन है भगवान बुद्ध?
दरअसल भगवान बुद्ध और गोतम बुद्ध में एक सामान्या अंतर है लेकिन आमतौर पर कई लोग इन्हें एक ही मान लेते है। भगवान बुद्ध विष्णु जी के 9वें अवतार माने गए हैं, जिनका अवतार 5 हजार साल पहले हुआ था। जब दैत्यों का आतंक बढ़ गया था, असुर यज्ञ कर शक्तिशाली बनना चाहते थे।जीवहिंसा को रोकने के लिए भगवान विष्णु ने बुद्ध का अवतार लिया था।
कौन है गौतम बुद्ध?
गौतम बुद्ध का जन्म 477 बीसी में हुआ था। इनके पिता का नाम शुद्धोदन तथा माता मायादेवी थी। वहीं शाक्यसिंह बुद्ध जिनके माता-पिता ने बचपन में उनका नाम सिद्धार्थ गौतम (गौतम बुद्ध) रखा था, लेकिन आगे चलकर वह एक बड़े तपस्वी बन गए। श्रीललित विस्तार ग्रंथ के 21 वें अध्याय की पृष्ठ संख्या 178 में वर्णित है कि संयोगवश गौतम बुद्ध ने भी उसी स्थान पर तपस्या कर ज्ञान अर्जित किया जहां भगवान बुद्ध ने तपस्या की थी। इस कारण भी लोग दोनों को एक मान लेते हैं।
बुद्ध पूर्णिमा को लोग बुद्ध जयंती के रूप में ही मनाते हैं। भारत ही नहीं बल्कि श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड, तिब्बत, भूटान, इंडोनेशिया, कोरिया, और विजयनाम सहित हर उस देश में मनाया जाता है जहां गौतम बुद्ध के अनुयायी हैं।