पूरे हरियाणा में बर्ड फ्लू की अफवाह फैलती जा रही है जिसके चलते पहले लॉकडाउन की मार झेल चुके मुर्गी पालन उद्योग से जुड़े लोगों को खासी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। वही, बर्ड फ्लू को लेकर यमुनानगर के फार्मरों का कहना है कि वह डॉक्टरों से दिशानिर्देश लेकर हर तरीके से एहतियात बरत रहे हैं।
ऐसे में उन्होंने पहले की अपेक्षा सैनिटाइजिंग और स्प्रे भी बढ़ा दिया है। हालांकि मुर्गी पालन उद्योग से जुड़े लोगों का यह कहना है कि सर्दी से भी मुर्गियों की मौत हो सकती है। लेकिन हकीकत टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी। इसके अलावा कुछ फार्मरों का कहना है कि अफवाहों का असर उनके व्यवसाय पर बहुत पड़ रहा है।
क्या कहते हैं पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ
वही, पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ व डॉ. टीपी सिंह का कहना है कि देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के बारे में कई जानकारी सामने आई है। उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर इलाकों में माइग्रेट बर्ड फ्लू की बातें सामने आई है। ऐसे में राजस्थान में कौवों के मारे जाने की सूचना है । इसी तरह केरल व मध्यप्रदेश में भी सूचनाएं मिली हैं।
उन्होंने कहा कि बरवाला में 70 से 80% मुर्गियों के मरने की सूचनाएं मिली हैं।इनके सैंपल लिए गए हैं, जो सोनीपत और भोपाल में लैब में भेजे गए हैं। वहां की रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा कि इनमें कौन सा वायरस था। फिलहाल अभी की जानकारी के मुताबिक, इनमें रानीखेत बीमारी के लक्षण मिले हैं और उसी के हिसाब से मुर्गी फार्मर को दवाइयां वा हिदायतें जारी की गई हैं।