Kannauj: रात करीब 10 बजे का वक्त। यूपी में कन्नौज के भूड़पूरवा गांव में 27 साल का बृजेश बिना प्लास्टर वाले कमरे में दाखिल हुआ और दरवाजे की कुंडी लगा ली। उसके हाथ में B.Sc की डिग्री थी। बृजेश ने जेब से माचिस निकाला और अपनी डिग्री में आग लगा दी। उसके बाद एक चिठ्ठी टेबल पर रख दिया।
इसके बाद बृजेश ने अपनी बहन का दुपट्टा उठाया और उसे गले से लपेट लिया। दुपट्टे को गले में बाध पंखा से लटक गया। सुबह जब मां चाय लेकर कमरे में पहुंची तो उन्हें अपने बेटे की लाश छत से लटकती मिली।
दरअसल, बृजेश सात साल से सरकारी नौकरी का तैयारी कर रहा था। इसबार उसका आखिरी अटेम्प्ट था, लेकिन यूपी पुलिस में सिपाही भर्ती का पेपर लीक हो गया और परीक्षा कैंसिल हो गई। बृजेश अब सरकारी नौकर नहीं बन सकता था। उसमें अब और हिम्मत नहीं थी, सो उसने आत्म हत्या का फैसला ले लिया। बृजेश ने एक कागज का टुकड़ा छोड़ गया जो घरवालों के लिए आखिरी चिट्ठी थी और पुलिस के लिए सुसाइड नोट।
आपको बता दे की दिसंबर 2023 में यूपी पुलिस में 67 हजार कॉन्स्टेबत की भर्ती निकली थी। ये भर्ती 5 साल बाद निकली थी, जिसके लिए एज लिमिट में छूट भी दी गई थी। 48 लाख कैंडिडेट्स ने आवेदन भरा। बृजेश इसकी जी-तोड़ तैयारी में लग गया।
बृजेश पाल ने फरवरी 2023 में यूपी पुलिस भर्ती का पेपर दिया था। ये उसका आखिरी अटेम्प्ट था। उसे उम्मीद थी कि इस बार नौकरी मिल जाएगी, मगर पेपर लीक हो गया... पेपर लीक की खबर ने जैसे बृजेश की आखिरी उम्मीद भी तोड़ दी। उसने अपने पिता से कहा, 'पापा अब हमारा नहीं हो पाएगा पेपर लीक हो गया है। अब हमारा वक्त ही निकल गया है। अब कुछ नहीं हो सकता।'
बृजेश की मां क्या कहती है।
बृजेश की बताती हैं कि एगजाम देने के बाद ही बृजेश अकेला और गुमसुम रहता था। किसी को अपनी परेशानी नहीं बताता था। वो ठीक ने खाना भी नहीं खा रहा था। सबने उससे दवाई लेने के लिए भी कहा था। जरा भी अंदाजा नहीं था कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है।
'काश मैं न कहता कि अपने पैरों पे खड़े हो जाओ'
लक्ष्मण पाल बेटे को याद करते हुए कहते हैं, 'कई बार उसने आर्मी का फिजिकल क्लियर किया था। पढ़ाई में भी अच्छे थे। उसको यकीन था कि सिलेक्शन हो जाएगा। 5 साल से लगातार कोचिंग कर रहा था। ग्रेजुएशन करने के बाद आईटीआई भी किया, लेकिन कहीं क्वालिफाई नहीं कर पाया। इस बार उसे एग्जाम पास करने की पूरी उम्मीद थी, लेकिन पेपर लीक ने उस पर पानी फेर दिया। हम बस यही कहते थे कि अपने पैरों पर खड़े हो जाओ। तुम्हारी उम्र 27 साल हो गई है। शायद इसी बात का जवाब देते देते शर्मिंदा हो जाता था। दो बेटियां हैं, जो कल को अपने ससुराल चली जाएंगी। आगे कोई सहारा नहीं बचेगा।
ये कहानी सिर्फ एक बृजेश की है। यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक के चलते 3 मार्च 2023 को लखनऊ की वर्षा ने भी आत्महत्या कर ली थी। अपने सुसाइड नोट में वर्षा ने लिखा था वो सरकारी नौकरी पाने की हर कोशिश में हार गईं, इसलिए जान दे दी। सरकारी भर्तियों की गड़बड़ी ऐसा दलदल है, जिसमें न जाने कितने और बृजेश और उनके परिवार गहरे डूब चुके हैं।
डिस्क्लेमर: आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है। जनता टीवी इसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं करता है। ये एक मेंटल हेल्थ इमरजेंसी है। अगर आप या आपके आस-पास कोई अवसाद से पीड़ित है तो फौरन मनोचिकित्सक से मदद लें।