कल गुरूपर्व के मौके पर भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ खालिस्तानी समर्थकों द्वारा बदसलूकी की घटना सामने आयी है। भारतीय राजदूत संधू लांग आइलैंड में स्थित गुरूद्वारे में अरदास के लिए गए थे। इसी दौरान वहां मौजूद खालिस्तानी सर्मथकों ने तरणजीत सिंह संधू पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कराने का आरोप लगया और वहीं घोषित आंतकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगाया।
किंतु गुरूद्वारे में मौजूद सिख समुदाय के लोगों नें खालिस्तानी समर्थर्कों के मंसूबे पूरे नहीं होने दिए। और समस्त खालिस्तानी समर्थकों को गुरूद्वारे से बाहर कर दिया। इसके साथ ही संधू ने गुरूद्वारे में मौजूद सिख समुदाय के लोगों को आश्वासन दिया कि अमेरिका में भारतीय राजनयिक उन्हें हर संभव सहायता और समर्थन मुहैया करायेंगे।
Khalistanies tried to heckle Indian Ambassador @SandhuTaranjitS with basless Questions for his role in the failed plot to assassinate Gurpatwant, (SFJ) and Khalistan Referendum campaign.
— RP Singh National Spokesperson BJP (@rpsinghkhalsa) November 27, 2023
Himmat Singh who led the pro Khalistanies at Hicksville Gurdwara in New York also accused… pic.twitter.com/JW5nqMQSxO
बता दें कि गुरपतवंत सिंह पन्नू अमृतसर के पास खानकोट गांव में पैदा हुआ था। वह बाद में कमाई करने के लिए विदेश चला गया और ISI के सहयोग से पंजाब में खालिस्तानी मुहिम को फिर से जिंदा करने की कोशिश में है। उसने विदेशों में रहने वाले सिखों समुदाय को बरगलाकर खालिस्तान के पक्ष में भड़काया। इतना ही नहीं, पाकिस्तानी आईएसआई से मिले पैसों से भारत में हिंसा फैलाने की साजिश भी रच चुका है।
भारत सरकार ने उसे 1 जुलाई 2020 को UAPA कानून के तहत आतंकवादी घोषित कर रखा है। जुलाई 2020 में पंजाब पुलिस ने अमृतसर और कपूरथला में गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था।