President Of India Controversy: दिल्ली में आयोजित होने वाली G 20 बैठक के रात्रि भोज के निमंत्रण पत्र पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखे जाने को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी बयान सामने आया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि 'यह गुलामी की मानसिकता पर एक और गहरी चोट है। भारत माता की जय!'
भारत की राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन आगामी 9 और 10 सितंबर को होने वाला हैं। आपको बता दें कि बैठक से पहले राष्ट्रपति भवन में 9 सितंबर का रात्रि भोज रखा गया है। इस रात्रि भोज में दुनिया भर की तमाम बड़ी हस्तियां बैठक में शिरकत करेंगी। ऐसे में निमंत्रण पत्र पर प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा हुआ है जिसके बाद से देश भर में राजनीति पार्टियों के बीच इंडिया शब्द को लेकर बयानबाजी शुरु हो गई।
गुलामी की मानसिकता पर एक और गहरी चोट..
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 5, 2023
G20 समिट के दौरान राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले रात्रि भोज के निमंत्रण पत्र पर "The President of Bharat" लिखा जाना प्रत्येक देशवासी के लिए गौरव का क्षण है।
भारत माता की जय ! pic.twitter.com/IdAgHGRt36
विपक्षी पार्टियों को यह डर सता रहा है कि कहीं मोदी सरकार ने इंडिया का नाम बदलकर भारत तो नहीं रखने जा रही है। विपक्ष और इंडिया गठबंधन के तमाम नेता इस मामले को लेकर सरकार को घेरने में लगे हुए हैं। ऐसे में सीएम धामी का भी बयान सामने आया है उन्होंने इसे भारत के लिए भारत की जनता के लिए गौरवशाली पल बताया है।
विपक्षी दलों ने किया सवाल
हलांकि कई नेता 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' शब्द के इस्तेमाल पर देशवासियों के लिए गर्व की बात कह रहे हैं तो वहीं विपक्ष सरकार से कई इस मामले पर सवाल करता दिख रहा है। कांग्रेसी सांसद प्रमोद तिवारी बीजेपी पर निशाना साधते हुए ये तक कह रहे है कि 'क्या वे इस हद तक चले जाएंगे कि वे संविधान बदल देंगे?' वहीं आप सांसद ने राघव चड्ढा ने कहा है कि बीजेपी का यह फैसला विरोधी दलों को चिढ़ाने वाला है।