रशिया से अफ्रीका के लिए उड़ान भरने वाला दुर्लभ लिटिल बिटर्न प्रजाति का पक्षी इन दिनों गांव मांडोठी में ठहरा हुआ है। हरियाणा में इसे पहली बार देखा गया है। इस पक्षी की सुंदरता को निहारने के लिए लगातार जीवप्रेमी मांडोठी वेटलैंड में आ रहे हैं। अमेरिका व भारत के विभिन्न हिस्सों के बर्ड लवर यहां पहुंचे। अपने कैमरों में इन्होंने लिटिल बिटर्न की खूबसूरती तस्वीरों के रूप में कैद की।
दरअसल, गांव मांडोठी में कई एकड़ आर्द्र भूमि यानी वेटलैंड है। हर साल यहां साइबेरिया, रूस, मंगोलिया सहित कई अन्य देशों के पक्षी आते हैं। पांच-छह महीने ठहरने के बाद मौसम खुलने पर फरवरी-मार्च में अपने देश के लिए उड़ान भरते हैं। कई ऐसे मौके भी आए, जब यहां दुर्लभ प्रजाति के पक्षी देखे गए। इन दिनों भी एक दुर्लभ प्रजाति का पक्षी यहां आया हुआ है। इसका नाम लिटिल बिटर्न बर्ड है। यह पक्षी बहुत कम दिखाई देता है। हरियाणा में पहली बार इसे देखा गया है।
जैसे ही बर्ड लवर्स को यह जानकारी मिली तो उन्होंने मांडोठी की ओर रुख कर दिया। लगतार अपनी दूरबीन, कैमरे लेकर यहां बर्ड लवर आ रहे हैं। शनिवार को भी बड़ी तादाद में पहुंचे। अमेरिका से भी एक बर्ड लवर यहां आया। उन्होंने अपने कैमरे में लिटिल बिटर्न सहित अन्य खूबसूरत पक्षियों की खूबसूरती तस्वीर के रूप में कैद की। वेटलैंड की खूबसूरती देखकर भी खुश नजर आए।
गांव मांडोठी के निवासी बर्ड लवर सोनू दलाल ने बताया कि ठंड से पहले लिटिल बिटर्न नाम का यह पक्षी रशिया की ओर से उड़ान भरकर अफ्रीका की तरफ जाता है। वहां कुछ महीने प्रवास करता है। इस दौरान रास्ते में भी कुछ समय के लिए ये रुक जाते हैं। इसी के तहत इन दिनों इस प्रजाति के तीन-चार पक्षी मांडोठी वेटलैंड में ठहरे हुए हैं। ये बहुत ही खूबसूरत हैं। हरियाणा में इसे पहली बार देखा गया है। ये यात्री पक्षी एक तरह से हमारे कुछ दिन के मेहमान हैं। थोड़े दिन बाद अफ्रीका की ओर उड़ान भर लेंगे। सोनू ने कहा कि मांडोठी में हर साल विभिन्न देशों से कई प्रजातियों के हजारों पक्षी आते हैं। अगर सरकार इस वेटलैंड की सुध ले तो यहां एक अच्छा पक्षी विहार बनाया जा सकता है। इससे इलाके का भी एक नई पहचान मिल जाएगी।
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