बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत सिंह (Ranjeet Singh) ने कहा कि दिल्ली से इंडस्ट्री बाहर आ रही हैं। एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत के आसपास के जिलों में इंडस्ट्री लगाई जा रही हैं, जिससे बिजली की मांग और भी बढ़ी है। हर साल हरियाणा में 1000-1500 मेगावाट बिजली की मांग बढ़ती ही जा रही है। प्रदेश में बिजली के कटों पर दो दिनों में रोक लगा दी जाएगी।
पानीपत थर्मल पावर प्लांट (Panipat Thermal Power Plant) का निरीक्षण करने के बाद पत्रकार वार्ता में बोले बिजली मंत्री रणजीत सिंह कि प्रदेश के थर्मल प्लांटों में कोयले की बिल्कुल कमी नहीं है। पानीपत थर्मल प्लांट की तीनों यूनिट, यमुनानगर की दोनों यूनिट और खेदड़, हिसार की एक यूनिट लगातार चल रही है। हिसार (Hisar) की 600 मेगावाट की दूसरी यूनिट अभी बंद है। क्योंकि उस यूनिट का रोटर खराब हो गया है और चाइनीज यूनिट होने के कारण इसका रोटर चीन से ही आना है। लॉकडाउन के चलते रोटर एयरपोर्ट पर ही है, जैसे ही फ्लाइट खुलती है उसे यहां लाया जाएगा। बिजली व्यवस्था में खेदड़ की यूनिट के चलने से भी सुधार ही होगा।
उन्होंने आगे कहा कि इस बार गर्मी बहुत ज्यादा है। एक साथ ही बिजली की मांग इतनी ज्यादा बढ़ गई। बिजली का सिस्टम ऐसा ही है सर्दियों में तो मांग काफी कम होती है और गर्मी आते ही मांग बढ़ने लग जाती है। शुरू में एक बार दिक्कत जरूर आती है। लेकिन बिजली की व्यवस्था में अब काफी सुधार है।
बिजली मंत्री ने अधिकारियों को दिए दिशा निर्देश
बता दें कि 24 अप्रैल को रणजीत सिंह गुरु तेग बहादुर के प्रकाश पर्व (Guru Tegh Bahadur Prakash Parv) कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। वह पानीपत थर्मल पावर स्टेशन की आवासीय कालोनी में बने फील्ड हास्टल में शनिवार रात्रि रुके थे। इस दौरान उन्होंन रविवार सुबह प्लांट का निरीक्षण किया। साथ ही थर्मल प्लांट की यूनिट नंबर सात, कोल हैंडलिंग प्लांट, कंट्रोल रूम, पेरिफेरल रोड व थर्मल की यूनिट एक से चार की खाली पड़ी जगह का भी दौरा किया। यूनिट अपने पूरे लोड 250 मेगावाट बिजली उत्पादन के साथ चलती मिली। मौके पर उन्होंने थर्मल के चीफ इंजीनियर एसएल सचदेवा (SL Sachdeva), एसई सूरजभान (SE Surajbhan) , एसई एमएल ङ्क्षसगला, एक्सईएन अमिनव व नरेश राणा को जरूरी निर्देश दिए।
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