Wayanad Landslide Tragedy: केरल में शायद ही कभी इतने बढ़े पैमाने पर तबाही हुई होगी। सोमवार की रात को वायनाड में भारी भूस्खलन हुआ जिसमें अब तक 151 लोगों के शब मलबे से निकाले जा चुके हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक की घोषणा की है। इसके साथ ही सभी सार्वजनिक समारोह और उत्सव स्थगित कर दिया गया हैं। वहीं रेस्क्यू का आज दूसरा दिन है। मौसम विभाग ने वायनाड समेत 5 जिलों में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ सकती है।
मौसम विभाग ने बुधवार को वायनाड समेत 5 जिलों मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड कन्नूर और कासरगोड जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जबकि एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर और पलक्कड़ जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। जानकारी के अनुसार भूस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव हैं।
सरकार के निर्देशानुसार दो दिनों तक राज्य में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिए गए हैं। हादसे के बाद राज्य में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है। 12 जिलों में स्कूल-कॉलेज में 30 जुलाई को छुट्टी घोषित कर दी गई। केरल यूनिवर्सिटी ने 30 और 31 जुलाई को होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं। नई तारीखों का ऐलान बाद में किया जाएगा।
बचाव अभियान जारी
वहीं लगातार बचाव अभियान जारी है। सेना की 26 टुकड़ी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। इंडियन आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और एनडीआरएफ के जवानों ने 4000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला है। 4 टूरिस्ट लापता हो गए थे, जिनमें से 2 का पता चल गया। दो अब भी मिसिंग हैं। मौसम विभाग ने बुधवार को वायनाड समेत केरल के कुछ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
आंधी रात आई तबाही
वायनाड में सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात भारी बारिश के बाद रातभर में तीन बार भूस्खलन हुआ था। 4 अलग-अलग जगहों पर हुए लैंडस्लाइड में सैकड़ों लोग सैलाब में बह गए। कई घर मलबे में दफन हो गए। अभी 130 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। सेना और एयरफोर्स को राहत और बचाव कार्य के लिए उतारा गया है। सोमवार रात करीब 2 बजे भूस्खलन हुआ, फिर तड़के चार बजे दोबारा भूस्खलन हुआ। सीएम पिनरई विजयन राहत और बचाव कार्य पर नजर बनाए हुए हैं।